संतकबीरनगर: संतकबीरनग जिले के मगहर में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था की ओर से एक दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। इस मौके पर योग शिक्षकों ने शिविर में आये लोगों को प्राणायाम सहित कई प्रकार के योग सिखाये। हर साल 21 जून योग दिवस मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ आयु प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। तबसे लगातार इसे मनाया जा रहा है यही वजह है की करोड़ो की संख्या में लोग 21 जून को योग करते हैं। इसके लिए विशेष रूप से तैयारी की जाती है।
सभी ने जनि योग की महत्ता
- 21 जून को ” अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” घोषित किया गया।
- तब से हर साल 21 जून को ” अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” मनाया जाता है।
- 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 193 सदस्यों द्वारा 21 जून को ” अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। \
- प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया।
- इसी कारण से अब हर साल इस दिन को ख़ास तरीके से मनाया जाता है।
- इसमें करोड़ो की संख्या में लोग शामिल होते है.
- इसी को लेकर रविवार को संतकबीरनगर जिले के मगहर में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था की ओर से शिविर लगाया गया।
- शिविर में आये लोगों को प्राणायाम,सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, कपालभारती आदि विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया गया।
- शिविर में खान-पान व भागदौड़ की जिंदगी में बीमारियों से बचाव और निरोगी शरीर के लिये योग को जरूरी बताया गया।
- कबीर मठ के महंत विचारदास ने आम जन मानस को योग की महत्ता बताई।
- योग शिविर में कबीर मठ के तमाम साधकों के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
- इस दौरान लोगों ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मे पूरे मनोयोग से भाग लेने का संकल्प भी लिया।