Uttarpradesh.org ने 3 अप्रैल को पूर्वांचल के ‘यादव सिंह’ का खुलासा किया था। नोएडा अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह की कहानी की तरह ही पूर्वांचल के ‘यादव सिंह’ यानि अशोक यादव की कहानी का uttarpradesh.org ने खुलासा किया था। जिसके बाद एडी हेल्थ ने खबर का संज्ञान लेते हुए सीएमओ से रिपोर्ट तलब की है।
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प्रदेश के बहुचर्चित NRHM घोटाले के आरोपी रहे अशोक यादव के संबंध में एडी हेल्थ ने चौथी बार रिपोर्ट मांगी है। सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद फिर से रिपोर्ट मांगे जाने से महकमे में खलबली मची है। एडी हेल्थ ने सीएमओ से फॉर्मासिस्ट अशोक यादव की मूल तैनाती स्थल से लेकर वेतन भुगतान का ब्यौरा मांगा है। साथ ही एडी हेल्थ ने पिछले 20 वर्षों की उपस्थिति पंजिका भी तलब की है। इससे पहले भी तीन बार एडी हेल्थ ने जानकारी मांगी थी, लेकिन इनके रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई।
गौरतलब है कि 12 अगस्त 2016, 5 नवंबर 2016 व 26 नवंबर 2016 को भी एडी हेल्थ ने अशोक यादव के खिलाफ रिपोर्ट तलब की थी, लेकिन सत्ता के रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब देखने वाली बात होगी सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद योगी सरकार अशोक यादव के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है।