प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से यूपी की छवि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बदली है। पिछली विपक्षी सरकारों में एक अराजक प्रदेश के रूप में जाना जाने वाला उत्तर प्रदेश अब योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही प्रदेश सरकार में एक असीम संभावनाओं वाला सबल प्रदेश के रूप में पहचान बना रहा है। यूपी के प्रति लोगों की धारणा तेजी से बदल रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. चन्द्रमोहन प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों चर्चा करते हुए कहा कि पिछली 2 जनवरी को लखनऊ के लोकभवन में निवेश प्रोत्साहन बोर्ड बैठक में मौजूद उद्यमियों में से किसी ने भी कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने कोई प्रश्न नहीं उठाया। यह जाहिर करता है कि प्रदेश की छवि किस तरह से बदल रही है। इसी बदली छवि का ही परिणाम है कि फरवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए देश और विदेश के उद्योगपति बेहद उत्साहित है।
प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार को हर क्षेत्र में निवेश के प्रस्ताव बड़ी संख्या में मिलना शुरू हो गए हैं। यह समिट प्रदेश के विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके जरिए प्रदेश सरकार न केवल एक लाख करोड़ के निवेश के लक्ष्य को पीछे छोड़ देगी बल्कि समिट यूपी में लाखों नौकरियों की राह भी खोलेगी। इन्वेंस्टर्स समिट और यूपी में निवेश को लेकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बड़ी कंपनियों ने जिस तरह से उत्साह दिखाया है उससे हमारे प्रदेश का सम्मान बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि सपा बसपा की पिछली सरकारों ने निवेश के नाम पर केवल जनता को धोखा ही दिया। इन सरकारों में हुए कथित निवेश सम्मेलन केवल पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन ही बनकर रह गए थे। यही वजह है कि विपक्षी सरकारों में हुए एमओयू में से कोई भी हकीकत में नहीं उतर सका था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही प्रदेश सरकार के प्रति आम लोगों के साथ उद्योगपतियों में भी भरोसा जगा है। फरवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट देश के साथ विदेशों में भी यूपी को एक सक्षम और सबल प्रदेश के रूप में पहचान दिलाएगी।