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Breaking News: आईपीएस ओपी सिंह हो सकते हैं उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी

उत्तर प्रदेश पुलिस के नए महानिदेशक आईपीएस ओपी सिंह हो सकते हैं। ये खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। डीजीपी के रेस में जो अफसर आगे बताये जा रहे थे उनकी हवाइयां उड़ी हुई हैं। अब देखने वाली बात होगी कि क्या यह बात सच होगी या नहीं। गौरतलब है वर्तमान डीजीपी सुलखान सिंह सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्हें तीन महीने का एक्सटेंशन दिया जा चुका है वह आज पूरा हो रहा है। ख़बरों के अनुसार उनका एक्टेंशन तीन महीने के लिए और बढ़ाया जाना था लेकिन अभी तक इस मामले पर कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन अगर उनका एक्सटेंशन नहीं बढ़ा तो डीजीपी की कुर्सी ओपी सिंह के पास जा सकती है। 

आईपीएस ओपी सिंह के पास है ढ़ाई साल का लंबा कार्यकाल

बता दें कि यूपी डीजीपी की रेस में बड़ा फेरबदल किया गया है। आईपीएस ओपी सिंह का डीजीपी बनना लगभग तय माना जा रहा है। 1983 बैच के आईपीएस अफस ओपी सिंह को अचानक लखनऊ बुलाया गया है। वह चेन्नई से राजधानी आ रहे हैं। ओपी सिंह डीजी सीआईएसएफ के पद पर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। ओपी सिंह सीनीयरटी में सबसे लंबे कार्यकाल वाले 7वें नंबर के अफसर हैं। उनके पास लंबा कार्यकाल और अनुभव बना है। ओपी सिंह के पास काम करने के लिए ढ़ाई साल का लंबा वक्त है। ख़बरों के मुताबिक, वह आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात जॉइन कर सकते हैं। गौरतलब है कि योगी सरकार एक ऐसे अफसर की तलाश कर रही थी जिसके पास आगामी लोकसभा चुनाव कराने तक का लंबा वक्त है। सरकार के हिसाब से ओपी सिंह कसौटी पर खरा उतरते हैं।

उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं आईपीएस ओपी सिंह

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने पिछले साल 19 सितंबर 2016 को महत्वपूर्ण औद्योगिक और परमाणु प्रतिष्ठानों, नागरिक हवाई अड्डों और मेट्रो की रक्षा करने वाले आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को नए महानिदेशक के रूप में पदभार ग्रहण करने के साथ अपने नए अध्यक्ष का पद संभाला। ओपी सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के 1983 बैच अधिकारी हैं, जो राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के रूप में सेवा कर रहे थे। उनका कार्यकाल जनवरी 2020 तक है। वीरता के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सजाया जाने वाले वर्तमान में एकमात्र डीजी रैंक के अधिकारी, एनडीआरएफ में कुछ बेहतरीन मानक संचालन प्रक्रियाओं की शुरुआत करने के लिए श्रेय दिया गया है और बड़े पैमाने के दौरान मैदान पर अपने लोगों का नेतृत्व किया है। नेपाल भूकंप बचाव और राहत कार्यों पिछले वर्ष उन्होंने एसपीजी, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ में पहले सेवा की थी। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं और और आपदा प्रबंधन में एमबीए की डिग्री उन्हें प्राप्त है।

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