उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में शनिवार को जिला महिला अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही उजागर हुई है। आए दिन कोई ना कोई स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही का मामला सामने आता रहता है। ऐसी ही एक मामला सामने आया है जिसमें जच्चा-बच्चा वार्ड में सफाई के नाम पर भारी मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर डाल दिया गया। जिसकी महक की वजह से सभी लोगों को वार्ड छोड़ने को मजबूर होना पड़ा। विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गाजीपुर जिले के महिला अस्पताल में शनिवार को ग्रामीण इलाकों और शहरी इलाकों से आई हुई महिलाओं को नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी करा कर उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया गया था। शाम को सफाईकर्मी वार्ड साफ करने पहुंचे और उसके बाद वार्ड की महिलाओं को अचानक अपने नवजात बच्चे के साथ वार्ड छोड़ना पड़ा। इस दौरान महिलाएं कई घण्टे तक भीषण ठंड में वार्ड में रहने के बजाय खुले आसमान के नीचे रहना पड़ा। इस बाबत महिलाओं सेे इसका कारण पूछने पर बताया कि वार्ड में सफाई के नाम पर सफाई कर्मियों के द्वारा भारी मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर डालकर छोड़ दिया गया था जिसकी महक धीरे-धीरे बढ़ने लगी और उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी। तकलीफ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि उनकी आंखों से पानी आने लगा। जिसके बाद वार्ड में एडमिट सभी महिलाओं को अपने नवजात बच्चे को लेकर वार्ड से बाहर आना पड़ा।
इसकी सूचना परिजनों ने सीएमओ और जिलाधिकारी को दे दी लेकिन कोई भी सरकारी अमले का अधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। मीडिया के लोगों द्वारा जब इसकी जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को दी तब जाकर देर रात वार्डों की सफाई कराई गई जिसके बाद महिलाएं अपने बच्चे के साथ वार्ड में शिफ्ट हुई। जिला अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से इन महिलाओं को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ा। जिला अस्पताल प्रशासन की इस घोर लापरवाही के चलते जच्चा और बच्चा की जान को खतरा हो सकता था। चौंकाने वाली बात यह है कि इस दौरान स्वास्थ्य महकमें का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी जच्चा और बच्चा का हाल जानने के लिए नहीं आया।
मीडिया के हस्तक्षेप पर कराया गया वार्ड की सफाई
जिला महिला अस्पताल के महिला वार्ड में भारी मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर डाल दिया गया था। जिसके बाद महिलाओं को अपने नवजात बच्चे के साथ वार्ड के बाहर रहने को मजबूर होना पड़ा। इसकी जानकारी जब मीडिया के लोगों को हुई तो जिला अस्पताल पहुंच वहां का हाल जाना और देखा कि जिला महिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड जिसमें जच्चा और बच्चा एडमिट है वहां पर सफाई कर्मियों के द्वारा भारी मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर सफाई के नाम पर डालकर भाग गए थे। जिसके बाद मीडियाकर्मियों ने इसके जिम्मेदार अधिकारियों को सूचित किया तब जाकर वार्डों की सफाई देर रात करायी गई। जिसके बाद वार्ड में जच्चा और बच्चा शिफ्ट किए गए।
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