मंगलवार सुबह सिंचाई विभाग के कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह अचानक वहां निरीक्षण करने पहुंच गए। मंत्री के औचक निरीक्षण की खबर जैसे ही चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों के जरिये अधिकारियों को मिली तो उनके हाथपांव फूल गए। नाराज मंत्री ने कार्यालय का अंदर से ताला बंद करवा दिया। कैबिनेट मंत्री ने देर से पहुंचने वाले कर्मचारियों को जमकर लताड़ लगाई। मंत्री के पहुंचने की सूचना पाकर मौके पर पुलिस भी पहुंची।
गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच करा रहे हैं मंत्री
मालूम हो कि सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, अखिलेश सरकार के गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच करा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अखिलेश सरकार के समय महज कुछ समय में ही दो बार बजट करोड़ों में बढ़ाया गया। इसकी जांच की जा रही है। विलुप्त नदियों को बचाने के लिए योगी सरकार पूरी तरह से बेहतर से बेहतर काम कर रहीं है। उन्होंने कहा कि हमने उदाहरण के तौर 8 नदियों को चिन्हित किया है। उनको जन-जागरण कर जनता के सहयोग से उनको जीवित करने का काम प्रारम्भ कर दिया है।
69 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश
जानकारी के मुताबिक, सुबह 10:00 बजे सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह कार्यालय पहुंचे। मंत्री ने देर से अाने वाले कर्मचारियों को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। इसके बाद देर से अाने वाले कर्मचारियों की बाहर लाइन लग गई। बताया जा रहा है कि बाहर एक सैकड़ा से अधिक कर्मचारी खड़े हैं तो कुछ ने जुगाड़ लगाकर कार्यालय की दीवार भी फांदते नजर आये हैं। मंत्री ने गैर हाजिर कर्मचारियों को लेकर नाराजगी जताई। हाजिरी रजिस्टर कब्जे में लिये। गैर हाज़िर मिले 69 कर्मचारियों व अधिकारियों से स्पस्टीकरण मांगा, एक दिन का वेतन काटने के निर्देश।
छापेमारी के दौरान अनुपस्थित मिले अधिकारी और कर्मचारी
मंत्री ने कई फाइलों को भी चेक किया इस दौरान कर्मचारी पूछताछ के दौरान गोलमोल जवाब देते मिले तो उन्हें फटकार लगाई गई। गंदगी देख मंत्री भड़क गए इसके बाद उन्होंने पुलिस अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। बता दें कि यूपी में योगी राज शुरू होने के बाद से सभी मंत्री और सरकारी दहशत में हैं। क्योंकि मुख्यमंत्री खुद कार्यालयों का किसी भी समय निरीक्षण कर सकते हैं। योगी ने अपने साथ 18 घंटे काम करने का नौकरशाहों को निर्देश दिया है। जिस दौरान मंत्री ने छापेमारी की उस समय 60 प्रतिशत लोग सुबह 10 बजे तक अनुपस्थित थे। मंत्री ने देर से पहुंचने वाले कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने नोटिस भी जारी करने के निर्देश दिए हैं।