केंद्र सरकार मुस्लिम महिलाओं के हक़ के लिए लगातार बीते कुछ समय से आवाज़ उठा रही है, वहीँ मौजूदा शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार ने ट्रिपल तलाक (triple talaq bill) को खत्म करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था, जिसके बाद लोकसभा में ट्रिपल तलाक पर कानून को मंजूरी मिल चुकी है. राज्यसभा में ट्रिपल तलाक बिल पेश होते ही हंगामा शुरू हो गया.
जगदम्बिका पाल ने कांग्रेस पर राजनीति करने का लगाया आरोप
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल का बयान आया है. उन्होंने तीन तलाक बिल पर बयान देते हुए कहा है कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. कांग्रेस महिलाओं के न्याय नहीं दिलाना चाहते हैं. देश में बरसों से महिलाओं के साथ अन्या हुआ. इस्लामिक देशों ने तलाक को खत्म कर दिया. राज्यसभा में आंकड़ों का फायदा ले रही कांग्रेस. बीजेपी सांसद ने कहा कि लोकसभा में बिल पास ने पर महिलाएं खुश हुईं. महिलाओं को ईद और बकरीद जैसी खुशी मिली. मदरसों पर योगी सरकार के फैसले पर बोले कि सभी महापुरुषों के बारे में लोगों को जानकारी हो. महापुरुषों की छुट्टी को गलत नजरिए से देखते हैं. राज्य की योगी सरकार सबका साथ सबका विकास कर रही है.
बुधवार को हुआ जमकर हंगामा:
एक तरफ सरकार बिल को स्टैंडिंग कमेटी में भेजने के खिलाफ है वहीँ विपक्ष चाहता है कि इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाये. वित्त मंत्री अरुण जेटली जब राज्यसभा में बोल रहे थे तब जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस पर उन्होंने बिल रोकने को लेकर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ट्रिपल तलाक बिल के खिलाफ है. राज्य सभा में बिल पेश होने के बाद कांग्रेस के साथ विपक्ष ने इसको नकारा और स्टैंडिंग कमेटी में भेजने की बात की.कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने संशोधन पेश करते हुए बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग की और कहा कि बजट सेशन के पहले हफ्ते तक रिपोर्ट आ जाए ताकि आगे इसपर बहस हो सके.
विपक्ष ने पहले नोटिस क्यों नहीं दिया: अरुण जेटली
अरुण जेटली ने कहा कि अगर बहस करनी थी तो पहले नोटिस देना था. विपक्ष ने पहले नोटिस क्यों नहीं दिया. उन्होंने विपक्षी दलों की मंशा पर सवाल उठाये. अरुण जेटली ने कहा कि पूरा देश देख रहा है किस प्रकार इस बिल को पारित होने से रोका जा रहा है. जबकि कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि इस बिल पर बहस होनी चाहिए और उन्होंने स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के नाम भी सुझाये.