प्रदेश सरकार चाहे जितने भी विकास के दावे कर ले लेकिन जमीन स्तर पर सच्चाई कुछ और ही है। युवाओं को प्रोत्साहित करने की बात बोलने वाली सरकार उन पर ही ध्यान नहीं दे रही। अच्छी शिक्षा ही विकास का एकमात्र हल है। लेकिन प्रदेश सरकार के सरकार स्कूलों में होने वाली समस्याओं को दूर करने के विचार में ही नहीं लगते।
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स्कूल की अव्यवस्था से बेहाल :
- ऐसा ही हाल आगरा के परिषदीय स्कूलों का है।
- सरकार का दावा है की सर्वशिक्षा अभियान के तहत परिषदीय स्कूलों में सारी सुविधाए दे रखी है।
- लेकिन आगरा में कई स्कूल कडक ठण्ड में खुले आसमान के नीचे चलने को मजबूर है।
- जगदीशपुरा स्थित परिषदीय स्कूल में खतरों के बीच बच्चे खुले आसमान के नीचे इस भयंकर ठण्ड में पढ़ने को मजबूर हैं।
- स्कूल में न तो कोई इमारत है नही कोई सुरक्षा न ही शोचालय।
- शिक्षक बच्चों को काफी मुश्किल का सामना करते हुए शिक्षित करने में जुटे हुए हैं।
- लेकिन सबसे स्कूल में शोचालय की समस्या तो सरकार की लापरवाही की हद्द ही है।
- स्कूल में टीचर और बच्चें शोचालय न जाना पड़े इसलिए नहीं पीते है।
- बच्चों को ज्यादा परेशानी होने पर उन्हें स्कूल छोड़कर घर जाना पड़ता है।
- लेकिन यहां टीचर भी है, जो काफी दूर से आते हैं।
- महिला टीचर होने के नाते उन्हें और भी समस्या का सामना करना पड़ा है।
प्रशासन नहीं सुनता :
- टीचर का कहना है कि यहां प्रशासन कुछ नहीं सुनता।
- कई बार इस संबंध में संबंधित विभागों को सूचित किया जा चुका है।
- लेकिन सालों से केवल कागजी कार्रवाई जारी है।
- इसके आगे कुछ भी नहीं होता।
प्लॉट में चल रहा स्कूल :
- जगदीशपूरा का यह स्कूल खुले प्लॉट में चलता है।
- स्कूल खुले आसमान के नीचे केमिकल ड्रम के गोदाम के रूप में प्रयुक्त होने वाले प्लाट में चल रहा है।
- जिससे बच्चों को काफी खतरा रहता है।
- यह स्कूल करीब तीस सालो से ऐसे ही संचालित होता आ रहा है।
- छात्राएं और महिला शिक्षक खुद शौचालय न होने के कारण पानी नही पीती है।
- यह स्कूल दो महिला शिक्षिका के भरोसे जैसे तैसे चल रहा है।