राजधानी के लोहिया, बलरामपुर, सिविल अस्पताल समेत सभी अस्पतालों में जेनरिक दवाओं की बिक्री के लिए अब जल्द जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए अस्पताल के अधिकारियों को जमीन देने के निर्देश दिए गए हैं। इसको लेकर अस्पतालों के अधिकारी जमीन देख रहे हैं। जन औषधि केंद्रों पर मरीजों को बाजार भाव से कम दर पर दवाएं मिलेगी। इससे गरीब मरीजों को कम मूल्य पर दवाएं मिल सकेंगी।
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जगह तलाशने का काम जारी
- केंद्र सरकार की योजनानुसार लोगों को लगभग दवाएं सस्ते और अच्छी रेट में उपलब्ध करवाना है।
- वहीं शहर के कुछ सरकारी अस्पतालों में औषधि केंद्र खोलने की तैयारी है।
- इसमें खासकर हजरतगंज सिविल, महानगर सिविल, बलरामपुर और लोहिया अस्पताल समेत कई अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोले जाने हैं।
- सभी अस्पतालों में औषधि केंद्र खोलने के लिए जगह देखी जा चुकी हैं।
- वहीं कुछ अस्पतालों में जगह देखी जानी बाकि है।
- महानगर और हजरतगंज सिविल अस्पताल में भी जन औषधि केंद्र के लिए जगह देख ली गई है।
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- बलरामपुर अस्पताल में मेन गेट के पास जगह दी गई है।
- वहीं लोहिया अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के बाहर जगह दी गई है।
- हालांकि इन औषधि केंद्रों से अस्पताल प्रशासन का कोई लेना देना नहीं होगा।
- जन औषधि केंद्र के खुलने से अस्पताल के मरीजों को ज्यादा लाभ नहीं होगा।
- लेकिन मरीजों को डॉक्टर जो दवाएं बाहर से खरीदने के लिए दबाव बनाते हैं वह कम हो जाएगा।
- और डॉक्टरों पर इस केंद्र से दवा लिखने के लिए दबाव बढ़ेगा।
- सरकारी अस्पतालों में सभी दवाएं निशुल्क मिलती हैं।
- जन औषधि केंद्र के खुलने से अगर यहां बाहर के मरीज आए तो ही उन्हें लाभ होगा।
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