पूर्व सरकार की परियोजनाओं में शुमार गोमती नगर के जनेश्वर मिश्र पार्क का रखरखाव अब आउट सोर्सिंग के माध्यम से कराया जाएगा। इसके साथ ही कुछ और पार्कों को भी इस योजना में शामिल किया गया है। इसके लिए बाहरी कार्यदायी संस्था, जिसकी इसमें विशिष्टता होगी, उसी को रखरखाव का यह काम सौंपा जाएगा। इसके अतिरिक्त, वह संस्था राजधानी के और भी कुछ महत्वपूर्ण जिनसे राजधानी की शोभा है उन पार्कों के रखरखाव की जिम्मेदारी बी ही लेगी। जिससे जनेश्वर मिश्रा पार्क के साथ ही ये पार्क भी सुंदर व आकर्षक लग सकें।
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राजधानी के अन्य चार पार्कों को भी किया गया चिन्हित
- लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रभु एन. सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की।
- इस महत्वपूर्ण बैठक में राजधानी की सुंदरता को बनाये रखने के उद्देश्य से ये निर्णय लिया गया।
- इस बार का महत्वपूर्ण मुद्दा पार्कों के रखरखाव का रहा।
- बैठक में एक कंसल्टेंसी फर्म को भी शामिल किया गया था।
- उन्हें मुख्य तौर एशिया में सबसे बड़े पार्क के रूप में पहचाने जाने वाले वाले पार्क पर ध्यान देना है
- पूर्व सरकार की मुख्य परियोजनाओं में से एक जनेश्वर मिश्र पार्क के रखरखाव के लिए सर्वे करने को कहा।
- इसमें वह हरियाली, फाउंटेन, बिजली सहित सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर सर्वे करेगी।
- सर्वे करने के बाद अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
- इसके अतिरिक्त, उसे राजधानी के अन्य महत्वपूर्ण पार्क जैसे जॉगर्स पार्क, बेगम हजरत महल पार्क, दीन दयाल पार्क आदि के रखरखाव की भी रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।
- और इस पर आने वाले खर्च की भी डिटेल मांगी गई है।
- इस दौरान उपाध्यक्ष ने कहा कि अभी तक एलडीए के मालियों व कर्मियों द्वारा जनेश्वर मिश्र पार्क जैसे प्रतिष्ठित स्थल का रखरखाव किया जा रहा है।
- हमारे कर्मी उस स्तर के प्रशिक्षित नहीं हैं जिससे वह पार्क की खूबसूरती को अंतर्राष्ट्र्रीय स्तर तक बरकरार रख सकें।
- इसलिए आउट सोर्सिंग के जरिये ही इसका रखरखाव कराना बेहतर होगा।