राजधानी की जानकीपुरम पुलिस शायद रात भर जागरण करती है इसीलिए दिन में ड्यूटी के दौरान रोजाना सोते हुए तस्वीरें सामने आ रही हैं। हमारी सरकार भले ही पुलिसिंग को हाईटेक बनाने, दुरुस्त करने के तमाम दावे कर लें। लेकिन यूपी पुलिस अपनी आदत से बाज नहीं आने वाली। इसका जीता जागता उदाहरण आज फिर जानकीपुरम थाना क्षेत्र में देखने को मिला।
इस बार ड्यूटी के दौरान थाना प्रभारी पीके झा ही खर्राटे भरते नजर आये। गौरतलब है कि शनिवार को दो पुलिसकर्मी सरकारी वाहन में खर्राटे मारते नजर आए थे। लेकिन इन लापरवाहों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। तस्वीरों में साफ तौर पर आप देख सकते हैं कि थानेदार कितनी गहरी नींद में सो रहे हैं। ऐसे में अगर कोई बड़ी वारदात हो जाये या हथियार उठाकर कोई भाग जाए तो पुलिस फिर सीसीटीवी फुटेज खंगालती रह जाएगी।
शनिवार को सोते मिले थे पुलिसकर्मी
जानकीपुरम थाना क्षेत्र में छठामील के निकट रोड पर थाने की गाड़ी में शनिवार को दो पुलिसकर्मी सोते हुए मिले थे। इनमें एक की नेम प्लेट पर जाहीर खान लिखा हुआ था। दूसरे का नाम पता नहीं चल पाया। तस्वीरों में पुलिसकर्मी गहरी नींद में दिखाई दे रहे हैं। नींद ऐसी है कि अगर कोई इनके हथियार उठा कर भाग जाए तो इनको पता भी नहीं लगेगा और बाद में यह बदमाशों की धूल ढूंढते रह जाएंगे।
डीजीपी साहब! यहां ड्यूटी के दौरान सोती है जानकीपुरम पुलिस
थाना क्षेत्र लूट-पाट स्नेचिंग की भरमार
हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि कभी कभी लंबी ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों को सोने का मौका नहीं मिलता। हो सकता है इसलिए जरा सी छांव आउट ठंडी हवा मिलते ही इनको नींद आ गई। लेकिन जानकीपुरम क्षेत्र में पिछले कई दिनों से चोरी, लूट, हत्या और डकैती की कई वारदातें हो चुकी हैं। शायद यही वजह है कि बदमाश वारदातों को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं और पुलिस गहरी नींद में सोती रहती है।
पीड़ित काट रहे थाने के चक्कर, सो रहे हैं जनता के रखवाले
जी हां! आपको बताते चलें कि राजधानी लखनऊ में जहां एक तरफ जानकीपुरम क्षेत्र में क्राइम स्तर दिन-ब-दिन बढ़ता ही चला जा रहा है। पीड़ित थाने के चक्कर काट रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ थाना प्रभारी जानकीपुरम प्रमोद कुमार झा (पीके-झा) सुबह ड्यूटी के दौरान सो रहे थे। अब देखने वाली बात होगी कि क्या इन लापरवाहों पर कोई कार्रवाई होगी।