2019 के लोकसभा चुनावों के पहले कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव काफी मायनों में ख़ास रहने वाला है। यही कारण है कि सपा और भाजपा दोनों ने ही अपने प्रत्याशियों के चयन में तेजी लाना शुरू कर दिया है। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा भी इस सीट पर होने वाले उपचुनाव की घोषणा कर दी गयी है। इसके बाद से सभी पार्टियों ने प्रत्याशी के चयन में तेजी लाना शुरू कर दिया दिया है। इस बीच नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के तौर पर एक बड़े मुस्लिम चेहरे का नाम सामने आ रहा है।

सपा ने शुरू की तैयारी :

समाजवादी पार्टी ने नूरपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की घोषणा से पहले ही संगठनात्मक ढांचे को पूरी तरह से दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। सपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही कई एमएलसी भी बिजनौर पहुंचे हुए और बूथ-सेक्टर कमेटियों के गठन को अंतिम रूप दिया। उपचुनाव के मद्देनजर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के साथ एमएलसी आनंद भदौरिया, अमित प्रताप यादव, शशांक यादव, परवेज अली ने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी तैयारियों पर बात की। 1 मई को सभी बूथ व सेक्टर पदाधिकारियों के साथ चुनावी तैयारी की समीक्षा करेंगे।

 

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विधानसभा प्रत्याशी को मिल सकता है टिकट :

नूरपुर के दिवंगत भाजपा विधायक लोकेन्द्र चौहान ने इस सीट पर 2012 और 2017 में जीत हासिल की थी। 2017 में सपा से नइमुल हसन उनके सबसे करीबी प्रतिद्वंदी रहे थे जो मात्र 12 हजार वोटों से लोकेन्द्र सिंह से हार गए थे। ऐसे में अगर इस सीट पर सपा-बसपा का गठबंधन हुआ तो भाजपा प्रत्याशी को हारना पड़ सकता है। ऐसे में मुमकिन है कि 2017 के विधानसभा प्रत्याशी को ही इस उपचुनाव में मौक़ा दिया जाए। हालाँकि इनके अलावा पूर्व मंत्री मूलचंद चौहान के बेटे अमित चौहान, सपा जिलाध्यक्ष अनिल यादव के अलावा मदन सैनी ने टिकट की माँग की है।

 

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