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उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित जवाहर बाग़ में बीते साल 2 जून को पुलिस और सशस्त्र अतिक्रमणकारियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, मुठभेड़ में अतिक्रमणकारियों के सरगना रामवृक्ष यादव को मार गिराया गया था। मामले की जांच सीबीआई कर रही है, इस दौरान रामवृक्ष यादव का डीएनए टेस्ट किया गया।
अगले पेज पर जानें रामवृक्ष यादव के डीएनए टेस्ट से हुए बड़े खुलासे:
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जिंदा है रामवृक्ष यादव:
- उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में बीते 2 जून, 2016 को पुलिस और अतिक्रमणकारियों के दल के बीच मुठभेड़ हुई थी।
- यह मुठभेड़ जवाहर बाग़ में उस वक़्त हुई थी जब पुलिस अतिक्रमण हटवाने गयी थी।
- मामले की जांच न्यायिक को रोककर सीबीआई को सौंपी गयी है।
- जिसके बाद सीबीआई ने मारे गए सरगना रामवृक्ष यादव का डीएनए टेस्ट किया।
- जिसमें चौंकाने वाले तथ्य निकल कर सामने आये हैं,
- डीएनए टेस्ट के अनुसार, रामवृक्ष यादव अभी भी जिन्दा है।
- सीबीआई के डीएनए टेस्ट में उस व्यक्ति का डीएनए रामवृक्ष यादव के बेटे से मैच नहीं हुआ था, जिसे पुलिस ने मृतक रामवृक्ष बताया था।
- इस टेस्ट के बाद से मामले में नया मोड़ आ गया है।
- टेस्ट से साफ़ जाहिर है कि, रामवृक्ष यादव जिंदा है और चकमा देकर कहीं और छिपा हुआ है।
- साथ ही टेस्ट ने पुलिस की कार्यशैली को एक बार फिर से कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
तीन साल तक धरने के नाम पर कब्ज़ा:
- उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में जवाहर बाग में कुछ यूनियन के लोगों ने कब्ज़ा कर रखा था।
- गौरतलब है कि, यह कब्ज़ा कथित यूनियन ने तीन सालों से धरने के नाम पर कर रखा था।
- कब्जे को खाली करने गयी पुलिस टीम पर वहां रह रहे लोगों ने अवैध असलहों से फायरिंग शुरू कर दी थी।
- इस फायरिंग में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी, एसओ फरह संतोष कुमार समेत 4 सिपाही घायल हो गए थे।
- जिसमें एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ फ़रह संतोष की मौत हो गयी थी।
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