बीते 15 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में जय गुरुदेव के कार्यक्रम में भगदड़ मचने से करीब दो दर्जन लोगों की मौत हो गयी थी।
कानपुर में होने वाले कार्यक्रम को निरस्त किया गया:
- यूपी के वाराणसी में बीते 15 अक्टूबर को भगदड़ के चलते करीब 25 लोगों की मौत और 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
- गौरतलब है कि, जय गुरुदेव के एक कार्यक्रम में झूठी अफवाह के बाद भगदड़ मच गयी थी।
- जिसके बाद राज्य सरकार ने मामले में अधिकारियों की छुट्टी करनी शुरू कर दी थी।
- जय गुरुदेव का अगला कार्यक्रम कानपुर शहर में होना था।
- जिसकी इजाजत कानपुर प्रशासन ने नहीं दी है।
- अधिकारियों के मुताबिक, यहाँ सम्मेलन में भी लाखों लोगों की भीड़ आने का अनुमान था।
- एडीएम सिटी अविनाश सिंह के मुताबिक, जय गुरदेव का कार्यक्रम आगामी 25 अक्टूबर को सनिगवां में होना था।
वाराणसी हादसे के बाद चेता कानपुर प्रशासन:
- वाराणसी के बाद कानपुर में जय गुरुदेव के शिष्य उमाकांत महाराज का संगत समागम 25 अक्टूबर को होना था।
- जिसकी अनुमति कानपुर प्रशासन ने निरस्त कर दी है।
- गौरतलब है कि, 15 अक्टूबर को वाराणसी के हादसे के बाद कानपुर प्रशासन ने सबक लेते हुए समागम को निरस्त कर दिया है।
25 अक्टूबर को कानपुर के बॉर्डर सील रहेंगे:
- वाराणसी के बाद कानपुर में जय गुरुदेव के संगत समागम कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गयी है।
- कार्यक्रम में आने वाले लोगों को रोकने के लिए 25 अक्टूबर को कानपुर के बॉर्डर सील रहेंगे।
- जिसकी जानकारी अन्य जिलों के डीएम और एसएसपी को दे दी गयी है।
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