अलीगढ महानगर के विष्णुपुरी बेलामार्ग स्थित जीवन हास्पिटल (jeevan hospital) पर राजस्थान के जयपुर से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार शाम को अचानक छापा मारा. इस दौरान यहां कन्या भ्रूण की जांच करने का सनसनीखेज खुलासा हुआ, जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया है. बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्या भ्रूण लिंग की जांच करने वाले डाक्टर या नर्सिंग होम संचालक की जानकारी देने पर एक लाख रुपये का ईनाम भी तय कर रखा है.
हास्पिटल में काफी देर तक मचा हंगामा (jeevan hospital):
- अलीगढ के विष्णुपुरी बेलामार्ग स्थित जीवन हास्पिटल (jeevan hospital) में कन्या भ्रूण हत्या का मामला सामने आया है.
- बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सोमवार शाम को अचानक से इस अस्पताल में छापा मारा था.
- टीम के सदस्यों ने बताया कि उस कन्या भ्रूण की कोख में ही हत्या करने को भी अस्पताल का स्टाफ राजी हो गया था.
- जिसके लिए मोटी रकम मांगी गई थी.
- इस दौरान अस्पताल के स्टाफ, अस्पताल संचालक डा. जयंत शर्मा और उनकी पत्नी डा. दिव्या चौधरी के साथ टीम के सदस्यों की खूब कहासुनी हुई.
- बता दें कि अस्पताल में काफी देर तक हंगामा होता रहा.
- डा. जयंत शर्मा का आरोप है कि टीम के सदस्यों ने उनके कक्ष में तोड़फोड़ की और कुछ बेशकीमती मशीनों को तोड़ दिया था.
- जिससे उनका खासा नुकसान हुआ था.
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PCPNDT टीम ने किया खुलासा:
- अलीगढ़ के जीवन अस्पताल में लिंग परीक्षण का सनसनीखेज खुलासा हुआ है.
- बता दें कि राजस्थान की PCPNDT टीम ने ये सनसनीखेज खुलासा किया है.
- जिसमे आरोपी डॉ. जयंत शर्मा, डॉ दिव्य चौधरी गिरफ्तार कर लिए गए हैं.
- जयंत शर्मा को लिंग परीक्षण करते टीम ने रंगेहाथ पकड़ा गया है.
- वहीँ आरोपी डॉ जयंत शर्मा मेयर का चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
- इस दौरान बीजेपी के कई नेताओं ने की पैरवी भी की है.
जानें पूरा मामला:
- टीम के सदस्यों में शामिल अलीगढ़ के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. पीके शर्मा ने पूरे मामले की जानकारी दी.
- उन्होंने बताया कि राजस्थान की राजधानी जयपुर से स्वास्थ्य विभाग की एक टीम सोमवार की शाम को जीवन हास्पिटल पहुंची थी.
- टीम ने हास्पिटल जाने से पहले जिलाधिकारी ऋषिकेश भास्कर याशोद को पूरी जानकारी दी थी.
- डीएम के निर्देश पर अपर नगर मजिस्ट्रेट राम सूरत पांडेय, सीओ थर्ड संजीव दीक्षित और पुलिस फोर्स भी टीम के साथ हो गया था.
- टीम ने पहले अस्पताल में योजना के अनुसार एक दंपति को भेजा.
- जहां डाक्टरों ने गर्भवती महिला के गर्भ की जांच करने के बाद बताया कि उसके गर्भ में कन्या है.
- दंपति ने बिना कुछ बताए ही योजना के अनुसार आगे कदम बढ़ाया और गर्भपात करने की बात कही.
- इसके बाद अस्पताल स्टाफ गर्भपात करने को राजी हो गया और जिसके लिए मोटी रकम मांगी गई.
रेडियोलाजी विभाग को किया सील:
- इस दौरान रेडियोलाजी विभाग की यूनिट को सील कर दिया गया.
- वहीँ दूसरी जांच मशीनें भी सील कर दी गई.
- अस्पताल के संचालक डा. जयंत शर्मा और डा. दिव्या चौधरी ने कुछ विरोध जताया.
- तो पुलिस उनको साथ लेकर थाना क्वार्सी पहुंची गई.
- जहां टीम के द्वारा बताये गए तथ्यों के अनुसार कानूनी कार्रवाई जारी है.
- इस दौरान डाक्टर को भी अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया है.
- वहीँ देर रात तक पुलिस डाक्टर और राजस्थान की टीम के बीच वार्ता हो रही है.
- पुलिस अफसरों की मानें तो नियमानुसार कार्रवाई हो रही है.
- गौर हो कि अलीगढ़ में जीवन हास्पिटल में ही टेस्ट ट्यूब बेबी पैदा करने की शुुरुआत हुई.
- वहीँ सरोगेसी के केस भी यहां पर सफलतापूर्वक किए गए हैं.
- डाक्टर दंपति का दावा है कि अलीगढ़ मंडल में टेस्ट ट्यूब बेबी और सरोगेसी की शुरुआत उन्होंने ने ही की है.
क्या बोला आरोपी डॉ ने:
- मैं अलीगढ़ मेयर पद का चुनाव लड़ना चाहता था और इसके लिए दावेदारी कर रहा था.
- इसीलिए कुछ विरोधियों ने साजिश रच कर चुनाव से ठीक पहले मेरे हास्पिटल को निशाना बनवाया है और इसका पता जल्द ही चलेगा.
- सोमवार शाम को अचानक छह सात लोग आए और रेडियोलॉजी विभाग में घुस कर कहासुनी करने लगे इसके बाद मशीनें तोड़ने लगे.
- किसी भी तरह से कन्या भ्रूण की जांच का कोई मामला नहीं है और सब कहानी मनगढंत है.
- कुछ दिन पहले भी ऐसे ही लोग आए थे तब भी ऐसी कहानी रचने की कोशिश की गई थी.
- उन्होंने कहा कि इसके साक्ष्य मौजूद थे.
- हमको और हमारी पत्नी डा. दिव्या चौधरी को बदनाम करने की साजिश रची गई है.
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