देश में इन दिनों युवाओं में सुसाइड करने का ट्रेंड अपने जोर शोर पर है। नया मामला सामने आया है जिसमे जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने गुरुवार की रात को फांसी लगाकर जान दे दी। छात्र की लाश साउथ दिल्ली के बेरसराय इलाके में स्थित एक पेइंग गेस्ट हाउस ‘गार्डियन हॉस्टल’ के रूम नं. 602 में मिली।
बरेली का रहने वाला था, पीएचडी का था छात्र:
जेएनयू में गुरुवार को फांसी लगाकर मरने वाले छात्र का नाम दुष्यंत दीक्षित था, जो की बरेली का रहने वाला था। दुष्यंत जेएनयू में पीएचडी का छात्र था। पुलिस को मामले की जांच के दौरान सुसाइड नोट प्राप्त हुआ, हालाँकि मरने की वजह पर पुलिस की ओर से संशय की स्थिति बनी हुई है। वहीँ मिले सुसाइड नोट में ख़ुदकुशी की वजह को पर्सनल बताया गया है। डीसीपी साउथ दिल्ली ने बताया की दुष्यंत के परिवार को इसकी सूचना दे दी गयी है।
प्यार और पुनर्जन्म की बातों पर जोर:
शुरूआती जांच के दौरान पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है उसमे मरने की वजह पर्सनल बताई गयी है। इसके अलावा उस नोट में एक लड़की का भी ज़िक्र है, एवं पुनर्जन्म की बातों को भी बोला गया है। पुलिस का दावा है की दुष्यंत ने किसी लड़की के चक्कर में सुसाइड किया है। इसके अलावा बताया जा रहा है की दुष्यंत धार्मिक बातें बहुत करता था। इसका ज़िक्र सुसाइड नोट में भी है कि, ‘सबका पुनर्जन्म होता है, मैं भी पुनर्जन्म लूँगा’। उसके परिवारजनों ने बताया की उसे जल्द ही एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब मिलने वाली थी। वह बहुत खुशमिजाज़ और मिलनसार था। मृतक की माँ ने बताया की बुधवार को करीब 11 बजे उसने फ़ोन पर बात की थी, तब तो ऐसा कुछ भी नहीं लगा की वो ऐसा कुछ करने वाला है।