राजधानी लखनऊ के तालकटोरा थाना क्षेत्र के राजाजीपुरम में रहने वाले एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घर में फायर की आवाज से हड़कंप मच गया। किराएदार की पत्नी ने उन्हें सोफे पर खून से लथपथ पड़ा देख कर शोर मचाया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें गंभीर हालत में ट्रॉमा में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बंदूक कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की है।
प्रभारी निरीक्षक तालकटोरा संजय कुमार पांडेय ने बताया कि राजाजीपुरम ई-ब्लॉक में रहने वाले ने पत्रकार कल्याण सिंह यादव (50) के कमरे से गोली चलने की आवाज सुनकर किराएदार अरविंद पांडेय की पत्नी पूजा आनन-फानन में भूतल पर पहुंची। सोफे पर कल्याण सिंह खून से लथपथ और पास में उनकी एक नाली बंदूक पड़ी थी। पूजा ने शोर मचाकर लॉबी में किसी से बात कर रही कल्याण सिंह की पत्नी सीमा को बुलाया। आसपास के लोग दौड़े। सीमा सिंह के बेटे अमित पड़ोसियों की मदद से कल्याण सिंह को ट्रामा सेंटर पहुंचाया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके पेट पर गोली लगी थी।
पत्रकार द्वारा खुद को गोली से उड़ाने की सूचना प्रभारी निरीक्षक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। लाइसेंसी बंदूक सुसाइड नोट की तलाश में कमरे को खंगाला। फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने आसपास के लोगों से तहकीकात की तो पता चला कि उन्हें शराब की लत थी। इसके चलते अक्सर झगड़ा होता था। गृह कलह के कारण उनका इकलौता बेटा अमित करीब 2 महीने से आशियाना क्षेत्र में किराए पर रह रहा था। अमित ने पुलिस को जानकारी दी कि उसने मर्चेंट नेवी में नौकरी शुरू की थी। लेकिन पिता ने बैंक में नौकरी दिलाने का आश्वासन देकर उसे बुला लिया। नौकरी नहीं दिलाई, बल्कि शराब के लिए झगड़ा करते थे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि कल्याण सिंह के दो मंजिला मकान में दो किराएदार हैं। घटना की असल वजह का पता लगाया जा रहा है।
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