कानपुर मेंडिकल कॉलेज में रैगिंग के मामले थमने का नाम नही ले रहे हैं। एक बार फिर यहां रैगिंग का जिन्न निकल आया है। जीएसवीएम में जूनियर डॉक्टर प्रथम वर्ष ने रैगिंग सेल एंड एंटी रेशिअल एब्यूज हेल्पलाइन दिल्ली में रैगिंग औऱ उत्पीडन की शिकायत की है।
शिकायत दर्ज:
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों के साथ रैगिंग के मामले सुनने में आ रहे हैं. जिसको लेकर प्रथम वर्ष के जूनियर डॉक्टर ने दिल्ली में रैगिंग और उत्पीड़न के मामले की शिकायत रैगिंग सेल एंड एंटी रेशिअल एब्यूज हेल्पलाइन में की हैं.
जूनियर डॉक्टर ने शिकायत में कहा कि उससे लगातार ड्यूटी करायी जा रही है। अस्पताल छोड़ने की इजाजत नहीं दी जा रही है। वहीं उसे तीन घंटे से ज्यादा सोने भी नहीं दिया जा रहा है।
डॉक्टर ने अपनी शिकायत में ये भी बताया कि उसे खाना खाने की भी इजाजत नहीं मिलती, जिसके चलते वह छिप छिप कर खाना खाता हैं। इतना ही नहीं सीनियर डॉक्टर जूनियर डॉक्टरों को वार्ड और ड्यूटी रूम में मुर्गा बना देते हैं.
डॉक्टर ने कहा कि इन हालातों में वो ठीक से काम भी नहीं कर पा रहा.
एंटी रैगिंग सेल हेल्पलाइन ने मेडिकल कॉलेज को किया तलब:
बता दें कि जूनियर डॉक्टर की शिकायत के बाद एंटी रैगिंग सेल एंड एंटी रेशियल एब्यूज हेल्पलाइन ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन से इस सनसनीखेज मामले में जवाब तलब किया हैं।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन को शिकायत का जो ब्यौरा भेजा गया है उसमें स्टूडेंट का नाम और विभाग नही बताया गया। इससे कॉलेज प्रशासन में हडकम्प मचा हुआ है।
इस मामले में कॉलेज प्रशासन ने एऩ्टी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट तलब की है। लेकिन कालेज प्रशासन केवल जांच की बात कर रहा है । पर इस मामले में जांच आने तक मेडिकल कॉलेज के प्रमुख अधीक्षक ने कैमरे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है।