खतौली में बड़ा रेल हादसा होने और 23 यात्रियों की मौत के बाद भी वेस्ट यूपी में रेलवे अफसर लापरवाह बने हैं. वहीँ औरैया में सुबह 2:45 करीब आजमगढ़ से दिल्ली जा रही कैफियत एक्सप्रेस (kaifiyat express) पटरी से उतर गई. इस हादसे के बाद अबतक 57 घायलों की सरकार ने सौंपी है. हालाँकि स्थानीय ख़बरों के मुताबिक ये आँकड़ें अधिक हो सकते हैं.
कैफियत एक्सप्रेस हादसे में घायल होने वालों में आज़मगढ़ जिले अलग-अलग थाना क्षेत्र के निवासी घायल हैं. आज़मगढ़ से दिल्ली जा रही थी कैफियत तभी अछलदा के पास डम्पर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
#KaifiyatExpressDerailment : @auraiyapolice ने #KaifiyatExpress रेल हादसे में घायल 57 यात्रियों की सूची जारी की. @RailMinIndia pic.twitter.com/zAfSVIypYA
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) August 23, 2017
12 डिब्बे पटरी से उतरे:
- इस दुर्घटना में इंजन के साथ 12 डिब्बे पटरी से उतरे.
- जिनमें 5 AC,2 स्लीपर,4 जनरल,1 SLR कोच डिरेल हुए.
- कमिश्नर कानपुर जोन पीके महंती घटनास्थल पहुंच चुके थे.
- बचाव जारी है और किसी की मौत नहीं हुई है.
- वहीँ DRM इलाहाबाद का बयान भी आया है.
- उन्होंने कहा है कि अनाधिकृत रूप से रेलवे ट्रैक पर पहुंचा था डंपर.
- डंपर मालिक के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा.
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40 से अधिक ट्रेनें हुई डाइवर्ट और कैंसिल:
- इस हादसे के कारण अबतक 40 से अधिक ट्रेनों को डाइवर्ट कर कर दिया गया है.
- जबकि कई ट्रेनों को रद्द भी करना पड़ा है.
- रेलवे की तरफ से कहा गया है कि पटरी की सफाई में अभी वक्त लगेगा.
- वहीं अब इस लापरवाही की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं दिखाई दे रहा है.
CPRO: दुर्घटनास्थल पर नहीं थी क्रॉसिंग:
- CPRO का कहना है कि दुर्घटना स्थल पर क्रॉसिंग नहीं थी
- ट्रैक पास करना रेलवे नियम अपराध श्रेणी में आता है.
- जांच के बाद सही कारणों का पता चलेगा.
- ट्रैक पर आए डंफर ने नियमों का उल्लंघन किया.
- इस्टर्न डेडिकेटेड कॉरीडोर का चल रहे काम को रेलवे की लापरवाही से जोड़ना गलत है.
- CPRO ने माना ट्रैक के पास चल रहा था काम.
https://youtu.be/l7Fo6iqQF5U
लापरवाह रेलवे नहीं रोक पा रहा हादसा:
- वहीँ रेलवे के ADG अविनाश चंद्र का बयान हैरान करने वाला है.
- उन्होंने कहा है कि सुबह 2:40 बजे डम्पर के ट्रैक पर गिरने की सूचना थी.
- हादसा 2:45 बजे सुबह हुआ.
- उनका कहना है कि सिग्नल को ग्रीन से रेड करने का टाइम नहीं मिला.
- वक्त कम होने के कारण घटना को टाला नहीं जा सका.
- उनका कहना है कि स्वाभाविक तौर पर डम्पर गड्ढे में आकर गिर गया.
- लापरवाही पर लीपापोती की कोशिश बदस्तूर जारी है.
- अधिकारियों के हैरान करने वाले बयान उनकी लापरवाही बयान कर रहे हैं.
सुरेश प्रभु के कहा: हादसे पर नजर:
- बचाव और राहत कार्य चलाया जा रहा है.
- कई घायल यात्रियों को कानपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
- ट्रैक की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया.
- फ़िलहाल रूट पूरी तरह से बाधित है.
- इस हादसे में अबतक 80 लोगों के घायल होने की खबर है.
- हालाँकि सरकार ने 57 घायलों की सूची जारी की है.
- रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि घटना पर नजर है और पूरे इंतजाम किये जा रहे हैं.
- वहीँ हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.
- वहीँ सीएम योगी ने भी इस हादसे पर शोक जताया था.
#इटावा: सैफई विश्वविद्यालय के कुलपती डॉक्टर ब्रिगेडियर टी प्रभाकर ने #KaifiyatExpress ट्रेन हादसे में घायलों के पास जाकर लिया हालचाल! pic.twitter.com/oKhDKXw4Ct
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कोई हताहत नहीं:
- रेलवे की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि कोई हताहत नहीं हुआ है.
- रेलवे ने कहा है कि इस हादसे में घायल होने वालों की स्थिति गंभीर नहीं है.
- सूचना के अनुसार 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
- मौके पर रेल प्रशासन घटना के करीब 2 घंटे बाद पहुंचा था.
- मैनपुरी पुलिस और अन्य विभागीय अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
- इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की कार्यशैली पर सवाल उठाये हैं.
- रूट बाधित हो गया और आधा दर्जन ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं.
- बता दें कि इस दुर्घटना के बाद पटरी को साफ़ करने का काम जारी है.
- रूट पूरी तरह से बाधित है और परिचालन शुरू होने में काफी वक्त लग सकता है.
4 दिनों में दूसरा रेल हादसा:
- शनिवार की शाम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के नजदीक खतौली में पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए.
- जिसमें 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 203 से अधिक लोग घायल हुए थे.
- रेलवे के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि उसके कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है.