शामली प्रशासन ने पलायन के मामले में कहा है कि लिस्ट में शामिल नामों में में मृतकों के नाम भी शामिल है और जो लोग घर छोड़ चुके हैं वो बेहतर जिंदगी की तलाश में किसी और शहर में जाकर बसे हैं।

शामली प्रशासन ने कहा है कि बीजेपी ने जो लिस्ट दी है पलायन करने वाले लोगों कि, उसमें 118 नामों की पड़ताल की गई है और ये पाया गया है कि 5 मर चुके हैं , 12 अभी जीवित हैं और 46 लोग 2011 के बाद कैराना छोड़कर गए जबकि 55 ऐसे हैं 6 से 10 साल पूर्व बेहतर जीविका के लिए कैराना से किसी और शहर गए है।

लिस्ट में शामिल नामों में , विजय जैन की मौत 10 साल पहले हो चुकी है जबकि मंगेराम प्रजापति की मौत भी 2015 हो गई थी। भरत कुमार की मौत भी 15 साल पूर्व हो चुकी है और इनकी मौत के बाद परिवार ने संपत्ति बेचकर गांव छोड़ दिया।

इसके अलावा ईश्वरचंद बिल्लू, विजय कुमार, अभय कुमार , जयपाल सिंह, जयकुमार धीमान आदि कई लोग जिनके नाम इस लिस्ट में हैं, उन्होंने नौकरी और अपने व्यवसाय के लिए अन्य शहरों का रुख कुछ साल पहले ही कर लिया था।

इससे पहले बीजेपी के सांसद हुकुम ने 346 लोगों की लिस्ट दी थी और कहा था कि क्षेत्र में विशेष समुदाय की दबंगई के कारण हिन्दू परिवार अपना घर छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं और प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है।

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