उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा उपचुनाव और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना जारी हैं. ये दोनों ही सीटों पर जीत यूपी की राजनीति के लिए काफी अहम् हैं. मतगणना में आ रहे परिणामों से भी साफ़ हो रहा हैं कि ये चुनाव भाजपा बनाम गठबंधन का हैं. जिसमे भाजपा पिछड़ती नज़र आ रही हैं.
कैराना लोकसभा उपचुनाव:
कैराना में भाजपा के ख़िलाफ सपा ने आरएलडी के साथ गठबंधन किया. कैराना लोकसभा उपचुनाव के लिए आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम बेगम को चुनाव मैदान में उतारा गया.
आज मतगणना में गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन को 122620 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह को 82524 वोट मिले.
तबस्सुम हसन 40096 वोट से आगे चल रही हैं.
अपडेट्स: कैराना लोकसभा से प्रत्याशी मृगांका सिंह को 212845 वोट मिले.
अपडेट्स: कैराना लोकसभा से आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम बेगम अभी भी बढ़त पर हैं. तबस्सुम 55449 वोट से आगे हैं.
नूरपुर विधानसभा उपचुनाव:
वहीं नूरपुर विधानसभा उपचुनावों में अभी तक हुई मतगणना में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नईमुल हसन को 53771 वोट मिले है. उनका मुकाबला भाजपा की अवनि सिंह से हैं. भाजपा प्रत्याशी अवनी सिंह को 48589 वोट मिले.
14वें राउंड तक सपा प्रत्याशी नईमुल हसन भाजपा की अवनि सिंह से 5182 वोट से आगे चल रहे हैं.
#Noorpur – 17वें राउंड में @samajwadiparty प्रत्याशी नईमुल हसन को 64295 वोट मिले. #bypolls
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 31, 2018
गठबंधन की ताकत के सामने विफल भाजपा:
कर्नाटक के बाद अब यूपी के कैराना और नूरपुर में भी भाजपा गठबंधन के सामने कमजोर पढ़ते नजर आ रही हैं. खुद सीएम योगी ने इन चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए कई रैलियां की.
इतना ही नहीं मतदान से एक दिन पहले पीएम मोदी ने भी बागपत में जनसभा की . हालाँकि उस जनसभा का उद्देशय एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करना था. लेकिन भाजपा ने पीएम के इस दौरे को उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी की जीत को सुनिश्चित करने के लिए इस्तेमाल किया.
लेकिन इन रैलियों का असर भी विपक्षियों के गठबंधन के सामने बेअसर होता नज़र आ रहा हैं.