यात्रियों को बस से सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी जिन पर है वो खुद ही यात्रियों को अस्पताल पहुंचाने पर तुले हैं। करोड़ों रुपये की लागत से बना राजधानी का कैसरबाग बस स्टॉप विविध सुविधाओं से लैस है। बावजूद इसके बस स्टेशन पर कई दिनों से जलभराव की स्थिति है। लगातार कई दिनों से बारिश होने से जमा पानी में मच्छरों का लार्वा पनप रहा है। जिससे कभी भी मच्छरों के काटने से कोई भी यात्री गंभीर रूप से बीमार हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने निगम प्रबंधन को नोटिस जारी कर बस स्टेशन के आसपास जमा पानी को हटाने का निर्देश दिया है।
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जलभराव से हो रही समस्या
- कैसरबाग़ बस स्टॉप की स्थिति को देखकर लगता है कि यात्रियों को हॉस्पिटल भेजना पड़ सकता है।
- परिवहन निगम का कैसरबाग बस अड्डा प्रदेश का पहला ऐसा बस अड्डा है जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।
- एयरपोर्ट की तर्ज पर बना यह बस स्टेशन पूरी तरह से वातानुकूलित है।
- स्टेशन पर यात्रियों के बैठने की बेहतर सुविधा के साथ-साथ एसी प्रतीक्षालय भी बनाया गया है।
- पीने के पानी की भी उचित व्यवस्था है, लेकिन करोड़ों के खर्च से तैयार इस बस स्टेशन का परिसर अंदर से जितना ही खूबसूरत और साफ-सुथरा है।
- बाहर उतनी ही बदसूरती और गंदगी फैली हुई है। बरसात के दौरान यहां पर जलभराव हो जाता है।
- कई दिन तक पानी जमा होने से उसमें बीमारी फैलाने वाले मच्छर पैदा हो जाते हैं।
- इनके काटने से कोई बड़ा रोग हो सकता है, लेकिन इस ओर परिवहन निगम अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है।
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- वर्तमान में राजधानी में डेंगू का प्रकोप है। बावजूद इसके विभाग सबक नहीं ले रहा है।
- और अब ये सब देखकर लगता है कि 11 करोड़ी इस बस स्टेशन पर डेंगू का साया है।
- लेकिन यहां पर प्रबंधन की ओर से दवाओं के छिडक़ाव की न तो कोई व्यवस्था की गई है।
- और न ही इसके लिए स्वास्थ्य विभाग या नगर निगम को कोई पत्र ही लिखा गया।
- बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोडवेज को नोटिस जारी किया गया।
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