राजधानी लखनऊ के नए एसएसपी के रूप में आईपीएस कलानिधि नैथानी सोमवार को अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। आईपीएस कलानिधि नैथानी का मूलरूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं। उन्होंने इलेक्ट्रानिक एंड कम्युनिकेशन से बीटेक और पुलिस प्रबंधन में परास्नातक की डिग्री ली है। कलानिधि की मां देहरादून के एक विद्यालय में प्रधानाचार्य हैं, जिन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त है। वहीं उनके पिता गढ़वाल विश्वद्यिालय में प्रोफेसर हैं, पत्नी आयकर विभाग इलाहाबाद में ज्वाइंट कमिश्नर, जबकि बड़े भाई लेफ्टिनेंट कर्नल हैं।
जनता का भरोसा जीतकर अपराध पर नकेल कसने में भरोसा
बता दें कि बरेली के एसपी कलानिधि नैथानी को लखनऊ की कमान सौंपी गई है। 2005 बैच के आईपीएस कलानिधि जनता का भरोसा जीतकर अपराध पर नकेल कसने में भरोसा रखते हैं। एसएसपी लखनऊ रविवार को राजधानी लखनऊ पहुंचे। यहां उनके आवास के निकट स्थित पुलिस ऑफिसर्स मेस में उनका भव्य स्वागत किया गया। एसएसपी ने सबसे पहले uttarpradesh.org को इंटरव्यू देते हुए कहा कि शहर की यातायात व्यवस्था बड़ी चुनौती है। क्राइम कंट्रोल करना एक चुनौती है। महिला सुरक्षा को लेकर भी नए विकल्प ढूंढे जाएंगे। पुराने पेंडिंग केस को वर्कआउट किया जाएगा उन पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि सही काम के लिए किसी की सिफारिश की जरूरत नहीं होती। उनकी प्राथमिकता में अनुशासन, सिस्टमेटिक क्राइम कंट्रोल, बेहतरीन कानून व्यवस्था, जनसुनवाई और त्वरित न्याय शामिल है।
इन जगहों पर तैनात रह चुके कलानिधि नैथानी
आईपीएस अधिकारी कलानिधि नैथानी इससे पहले पीलीभीत, कमांडेंट 38 पीएसी अलीगढ़, एएसपी कुंभ मेला, एएसपी सहारनपुर, कमांडेंट नौवीं पीएसी मुरादाबाद, एसपी कन्नौज, एसपी फतेहपुर पुलिस अधीक्षक पुलिस मुख्यालय इलाहबाद और एसपी मीरजापुर में रह चुके हैं। पुलिस सेवा में आने से पहले वह भाभा एटॉमिक अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक अधिकारी, भारत सरकार के सी-डॉट (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स) बंगलुरु एवं दिल्ली में पांच साल तक अनुसंधान अभियंता के पद काम कर चुके हैं।
नए कप्तान के आगे होंगी कई चुनौतियाँ
राजधानी लखनऊ में बढ़ते अपराध पर नकेल कसना, ध्वस्त यातायात व्यवस्था, वीआईपी ड्यूटी समेत कई चुनौतियां नए एसएसपी कलानिधि नैथानी की राह में होंगी। उनके लिए भी राजधानी की राह आसान नहीं होगी। पॉलीटेक्निक छात्र संस्कृति की हत्यारों की गिरफ्तारी और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाना। इसके अलावा होटल एसएसजे और विराट इंटरनेशनल के मालिक की गिरफ्तारी एवं पुरानी घटनाओं में जानकीपुरम में मेडिकल स्टोर संचालक मुकेश मिश्र हत्याकांड का खुलासा भी उनके लिए एक चुनौती होगा। वहीं एटीएस के एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत की गुत्थी भी सुलझाना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
धरना-प्रदर्शन, जाम,उपद्रव और अतिक्रमण से निपटना भी एक बड़ी चुनौती
प्रदेश की राजधानी होने के नाते यहां आए दिन धरना और प्रदर्शन होते रहते हैं। प्रदर्शन के दौरान अक्सर मांगों को लेकर हजारों-लाखों की संख्या में प्रदर्शनकारी उग्र होकर पथराव और उपद्रव करते हैं। जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ती है। ऐसी स्थिति ने निपटना भी नए कप्तान के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। राजधानी की सड़कों से अतिक्रमण हटाना भी नए कप्तान के लिए कोई मामूली काम नहीं होगा। यहां अतिक्रमण से पटी सड़कों के कारण दिन भर यातायात व्यवस्था ध्वस्त रहती है। सड़कों पर वाहन रेंगते रहते हैं। जिसके कारण एंबुलेंस में मरीज तड़पते रहते हैं। हजरतगंज, गोमतीनगर, फैजाबाद रोड, अलीगंज, कानपुर रोड पर अतिक्रमण बड़ी समस्या है। राजधानी की सड़कों पर अक्सर ट्रैफिक जाम लगता है, इससे भी निपटना एक बड़ी चुनौती होगी।
#Exclusive – #लखनऊ – एसएसपी @kalanidhi_ips का पहला इंटरव्यू सिर्फ @WeUttarPradesh पर सबसे पहले. @Uppolice @lucknowpolice @dgpup pic.twitter.com/KqrMGKLJlA
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 8, 2018