प्री-मेच्योर या नौ महीने से पहले जन्म लेने वाले नवजात को कंगारू केयर की जरुरत होती है। ऐसे में यदि प्रसूता इस स्थिति में नहीं है की बच्चे को ये सुविधा मिल सके तो नवजात के लिए समस्या हो सकती है। यही वजह है कि इस समस्या के समाधान के लिए गोसाईगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) में कंगारू केयर यूनिट की शुरुआत की गयी।
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दूसरी यूनिट शुरू
- नवजात का वजन कम होने या प्री-मेच्योर बच्चे को कंगारू केयर की जरूरत पड़ती है।
- इसी उद्देश्य से गोसाईगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) में कंगारू केयर यूनिट की शुरुआत की गयी।
- आपको बता दें की अब तक इसकी एक यूनिट राजधानी के एक बाल महिला चिकित्सालय में थी।
- वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय (डफरिन) में कंगारू मदर केयर यूनिट का संचालन बीते दो वर्ष से रहा है।
- गोसाईगंज सीएचसी में इस यूनिट के खुलने के बाद ये उत्तर प्रदेश की दूसरी यूनिट हो गयी है।
- सीएचसी पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. जीएस बाजपेयी ने यूनिट का उदघाटन किया।
- उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मिशन एवं कम्युनिटी इम्पॉवरमेन्ट लैब के संयुक्त सहयोग से यूनिट स्थापित की गयी है।
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- उन्होेंने बताया कि यह यूनिट सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तो काम करेगी ही।
- इसके साथ ही विकास खण्ड में संचालित अन्य प्रसव केन्द्रों प्रथामिक स्वास्थ्य केन्द्र, उपकेन्द्र आैर प्राइवेट चिकित्सालयों में भी सुविधा देगी।
- इस मौके पर कम्युनिटी इम्पॉवर मेन्ट लैब के प्रशिक्षकों ने स्टॉफ नर्स, एएनएम व आशा संगिनी आैर आशा बहुओं के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
- कार्यक्रम के अंत में सीएचसी के अधीक्षक डा. चंदन कुमार सिंह यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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