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कन्नौज: मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए गए, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण को लेकर पुलिस की कड़ी कार्रवाई

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कन्नौज: मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए गए, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण को लेकर पुलिस की कड़ी कार्रवाई

कन्नौज में ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने मंदिरों, मस्जिदों और सार्वजनिक स्थलों पर लगे अधिक आवाज वाले लाउडस्पीकरों Loudspeakers removed को हटाने की मुहिम चलाई। इस अभियान का नेतृत्व सीओ सदर ने किया, जिन्होंने पुलिस टीम के साथ धार्मिक स्थलों का दौरा कर कार्रवाई सुनिश्चित की। अभियान का उद्देश्य ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करना और नागरिकों के लिए शांति और सौहार्द का वातावरण तैयार करना था।

धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर हटाने का अभियान

सीओ सदर ने पुलिस बल के साथ मंदिरों और मस्जिदों का निरीक्षण किया और तय मानक से अधिक आवाज वाले लाउडस्पीकर हटवाए Loudspeakers removed । इस प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से अंजाम दिया गया, जहां स्थानीय लोगों ने पुलिस का पूरा सहयोग किया। नागरिकों ने स्वेच्छा से उन लाउडस्पीकरों को हटा दिया, जो निर्धारित सीमा से अधिक शोर उत्पन्न कर रहे थे।

गेस्ट हाउस और सार्वजनिक स्थानों पर कार्रवाई

सिर्फ धार्मिक स्थलों पर ही नहीं, बल्कि गेस्ट हाउस और सार्वजनिक स्थानों पर बजने वाले डीजे और लाउडस्पीकरों पर भी पुलिस की नजर रही। ऐसे डीजे, जो निर्धारित ध्वनि सीमा से अधिक आवाज में संगीत बजा रहे थे, उन्हें तुरंत बंद कराया गया। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोका जा सके।

ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव और जागरूकता

अधिक आवाज वाले लाउडस्पीकर और डीजे न केवल ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं, बल्कि वृद्धों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों के लिए बड़ी समस्या पैदा करते हैं। अत्यधिक शोर सुनने में असुविधा, नींद में खलल और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। प्रशासन की यह पहल न केवल ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए थी, बल्कि नागरिकों को इस विषय पर जागरूक करने का भी प्रयास था।

स्थानीय जनता का समर्थन

इस अभियान को स्थानीय जनता का भी समर्थन मिला। लोगों ने पुलिस प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण से समाज में शांति और सौहार्द का वातावरण बनेगा। साथ ही, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस तरह की कार्रवाई नियमित रूप से की जानी चाहिए।

पुलिस प्रशासन की सक्रियता

ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रशासन का यह कदम प्रदेश सरकार की ध्वनि नियंत्रण नीति का हिस्सा है। सीओ सदर ने स्पष्ट किया कि सभी नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है, लेकिन यह भी आवश्यक है कि धार्मिक और सामाजिक गतिविधियां दूसरों की शांति भंग न करें।

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