भले ही प्रदेश सरकार महिलाओं और प्रदेशवासियों (Dr Dinesh Sharma) की सुरक्षा के लिए तमाम इंतजाम कर लें, लेकिन वीआईपी कल्चर के कारण सरकार द्वारा लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ताजा मामला यूपी के कानपुर जिले का है। यहां डिप्टी सीएम का काफिला निकलने के लिए महिला सहित तीन घायलों को आधे घंटे तक सड़क पर ही रोका गया।
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- बताया जा रहा है कि महिला सड़क पर तड़पती रही लेकिन जिम्मेदार उप मुख्यमंत्री की जीहुजूरी करने में जुटे रहे।
- इस घटना में जिम्मेदारों की संवेदनहीनता साफ तौर पर दिखाई।
- लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर इन घायलों की जान चली जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता।
- हालांकि डिप्टी सीएम ने मानवता दिखाते हुए खुद सभी को अस्पताल पहुंचवाया।
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क्या है पूरा मामला?
- जानकारी के मुताबिक, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का शनिवार को कानपुर जिले के सर्किट हॉउस में एक कार्यक्रम था।
- डिप्टी सीएम यहां अधिकारियों संग बैठक कर रहे थे।
- बैठक समाप्त करने के बाद उन्हें लखनऊ के लिए निकलना था।
- इस दौरान ही एक लोडर ने सर्किट हॉउस के पास ही कार को टक्कर मार दी।
- टक्कर इतनी भयंकर थी कि लोडर चालक और महिला सहित इस हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
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- सभी घायल खून से लथपथ होकर तड़प रहे थे।
- लेकिन संवेदनहीन पुलिस और अधिकारी डिप्टी सीएम के काफिले के लिए रास्ता क्लियर करवा रहे थे।
- पुलिस घायलों को अस्पताल पहुंचाने के बजाय रास्ता खाली करवाने में जुटी हुई थी। लेकिन तभी डिप्टी सीएम उधर से गुजरे।
- डिप्टी सीएम ने मानवता दिखते हुए घायलों को सड़क पर तड़पता देख फ़ौरन अपनी गाड़ी रुकवाई और कहा कि इन्हें हमारी गाड़ी से अस्पताल ले चलो।
- तभी वहां मौजूद लोगों ने कहा कि साहब ये सभी आधे घंटे से तड़प रहे हैं लेकिन कोई इन्हें अस्पताल नहीं ले गया।
- डिप्टी सीएम की दखल के बाद (Dr Dinesh Sharma) पुलिसकर्मी उन्हें सरकारी जीप में बैठाकर अस्पताल ले गए और उपचार करवाया।
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