Political History of Sishamau Assembly Seat : कानपुर के सीसामऊ  विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक इतिहास काफी समृद्ध और विविधतापूर्ण रहा है, जहां विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं ने समय-समय पर जीत दर्ज की है।

कानपुर नगर में सिसामऊ विधानसभा का जातीय समीकरण 2024

नीचे दिए गए वर्षों में चुने गए विधायकों और उनके दलों का विवरण है:

विधायकों की सूची:Political History of Sishamau Assembly Seat

  1. 1974शिव लाल (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
    शिव लाल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की। इस समय कांग्रेस पार्टी पूरे देश में प्रमुख पार्टी थी।
  2. 1977मोती राम (जनता पार्टी)
    1977 में जनता पार्टी की लहर के दौरान मोती राम इस क्षेत्र से विधायक बने। यह समय जनता पार्टी के उभार का था, खासकर इमरजेंसी के बाद।
  3. 1980कमला दरियाबादी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (I))
    1980 में कांग्रेस (I) से कमला दरियाबादी ने जीत हासिल की। इस समय इंदिरा गांधी की वापसी हुई थी और कांग्रेस का वर्चस्व पुनः स्थापित हो रहा था।
  4. 1985कमला दरियाबादी  (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
    1985 में कांग्रेस ने फिर से इस सीट पर विजय प्राप्त की, कमला दरियाबादी ने जीत हासिल की।
  5. 1989शिव कुमार बेरिया (जनता दल)
    जनता दल के शिव कुमार बेरिया ने 1989 में जीत दर्ज की। इस समय जनता दल एक प्रमुख राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरी थी।
  6. 1991राकेश सोनकर (भारतीय जनता पार्टी)
    1991 में भारतीय जनता पार्टी के राकेश सोनकर ने इस सीट पर कब्जा किया, जिससे भाजपा का प्रभाव क्षेत्र में बढ़ा।
  7. 1993राकेश सोनकर (भारतीय जनता पार्टी)
  8. 1996राकेश सोनकर (भारतीय जनता पार्टी)
  9. 2002संजय दरियाबादी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
    2002 में कांग्रेस के संजय दरियाबादी ने जीत दर्ज की, जिससे पार्टी को क्षेत्र में पुनः मजबूती मिली।
  10. 2007संजय दरियाबादी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
  11. 2012इरफान सोलंकी (समाजवादी पार्टी)
    2012 में समाजवादी पार्टी के इरफान सोलंकी ने जीत दर्ज की और क्षेत्र में समाजवादी पार्टी का प्रभाव बढ़ाया।
  12. 2017इरफान सोलंकी (समाजवादी पार्टी)
  13. 2022इरफान सोलंकी (समाजवादी पार्टी)

सीसामऊ विधानसभा से समाजवादी पार्टी उम्मीदवार नसीम सोलंकी का राजनीतिक सफर

इस विधानसभा क्षेत्र में समय-समय पर विभिन्न दलों का वर्चस्व रहा है। कांग्रेस, जनता पार्टी, जनता दल, भाजपा और समाजवादी पार्टी ने यहां से जीत दर्ज की है, जिससे इस क्षेत्र की राजनीति विविध रही है।

सीसामऊ विधानसभा चुनाव के इतिहास को देखें तो साल 2008 के बाद जब यहां परिसीमन बदला तो यह सीट सामान्य बन गई. उससे पहले यह सीट अनुसूचित सीट थी.

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