जब देश में नोटबंदी हुई थी तब व्यापियों के एक तबके में आक्रोश था. ये तबका पुराने नोट बंद किये जाने को लेकर आक्रोशित था. मगर कानपुर में अब एक मामला सामने आया है जहाँ व्यापारी नए नोट को लेकर बैंक के बाहर धरने पर बैठ गए है. व्यापरियों का आरोप है कि फटे हुए नए नोट बैंक स्वीकार नहीं कर रहे जिस वजह से उनको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
क्या है पूरा मामला:
मामला कानपुर का है जहाँ दो हजार और पांच सौ कटे फटे नोट बैंको से न बदले जाने से परेशान सैकड़ो व्यापारी आज रिजर्व बैंक पहुंचे और पहले बैंक का घेराव किया फिर गेट पर ही धरने पर बैठ गए। जिससे रिजर्व बैंक में आवाजाही बंद हो गयी। व्यापारियों ने नए नोटों की गुणवत्ता खराब होने का भी आरोप लगाया.
हल्की क्वालिटी के है नए नोट:
धरने पर बैठे ब्यापारी नेता ज्ञानेश मिश्रा ने बताया की जिस तरह से पहले अचानक से 500 व 1000 की नोटों की बन्दी की गयी फिर नए नोट बिल्कुल हल्की क्वालिटी में लोगो को दिए गए. इसका खामियाजा यह है की यह नोट अब फट रहे है और इन कटे फटे 500 और 2000 के नोटों को कोई भी बैंक लेना नहीं चाहती.
वहीँ आरबीआई भी कोई गाइड लाइन जारी नहीं कर रही जिससे ब्यापारी बुरी तरह से परेशान है.आज व्यापारी काफी संख्या में इकट्ठे हुए और भारतीय रिजर्व बैंक पहुंचे. व्यापारियों ने पहले गेट के बहार नारेबाजी की बाद में गेट पर ही धरने पर बैठ गए थे.
व्यापारियों का कहना है कि यदि अभी भी इन नोटों को लेकर उनकी समस्या का हल नहीं निकाला गया तो व्यापारी संगठन इस मुद्दे पर आन्दोलन करेगा.
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