पिछले कई दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से बुलंदशहर के खुर्जा में कांशीराम आवास योजना के तहत बने मकानों में रहने वाले लोगों के सामने संकट पैदा हो गया है. इन मकानों की जहां जर्जर हालत है वही अब यहां रहने वाले लोग ख़ौफ़ के साए में रहने को मजबूर हैं. हालत यह है कि कुछ मकान तो जर्जर हो चुके हैं तो वहीं मकान के आस पास जमीन भी धंसने लगी है.
बारिश से कांशीराम आवासों की हालत और गम्भीर:
बुलंदशहर जिले में पिछले कई दिन से बारिश का मौसम बना मुसीबत का सबब बना है. जहाँ कभी भी बारिश होने लगती हैं, लेकिन ऐसे में सबसे ज्यादा संकट में आ गए हैं जर्जर आवासों में रहने वाले लोग, जी हां हम बात कर रहे है बुलंदशहर जिले के जर्जर कांशीराम आवास योजना में बने भवनों की.
जिले के खुर्जा नगर में तत्कालीन बहुजन समाज पार्टी सरकार के द्वारा गरीबों को घर देने की दिशा में कांशीराम आवास योजना के तहत आवासों का निर्माण किया गया था और पात्रों को ढूंढकर घर दिए गए थे, लेकिन कुछ ही साल में अब ये मकान जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच गए हैं.
पानी की निकासी की समस्या:
यहां पर ठीक से पानी की निकासी ना होने की वजह से और गंदगी होने की वजह से अब यह मकान धसने शुरू हो गए हैं. कई बिल्डिंग तो बहुत ही बुरी स्थिति में है.
जिसके चलते यहां रहने वाले लोगों ने किसी अनहोनी की घटना के डर से इन्हें खाली कर दिया है. खाली करने वालों की संख्या एक या दो नहीं बल्कि दर्जनों है.
धंस रही जमीन:
आलम यह है कि अभी बारिश ठीक से शुरू भी नहीं हुई है कि जलभराव से बिल्ड़िंग के आसपास की ज़मीन धँसती जा रही है. लोग यहां से कहीं और रहने को जा रहे हैं। गंदगी हर तरफ पसरी पड़ी है. वहीं प्रशासन है कि उसे इन हालतों की सुध तक नहीं है. हालत यह है कि अब तो जो लोग यहां रह रहे हैं, वह भी मजबूरी में ही।
सत्ता बदलने के बाद से अब तक कोई इन घरों की तरफ जाकर बुनियादी दिक्कतों को समझने को तैयार नहीं है। कब कोई हादसा या अनहोनी हो जाये, ये डर यहां रहने वालों को हर वक्त न सिर्फ सताता है साथ ही सिस्टम की लापरवाही भी उजागर करता है।