मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शुक्रवार को मेरठ कमिश्नरी सभागार में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने सभी विभागों की अंतरराज्य बैठक की जिसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, नगर निगम, चिकित्सा विभाग, खाद्य विभाग आदि के अधिकारी मौजूद रहे।
प्रमुख सचिव गृह ने सभी को निर्देश दिया है कि कावड़ यात्रा में जिन लोगों की ड्यूटी लगाई गई है वह कावड़ियों के साथ बेहतर बर्ताव करें यदि किसी के बर्ताव में जरा सी भी कमी पाई गई तो उसके खिलाफ सीधे बर्खास्तगी की कार्रवाई होगी, वहीं उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए कि इस बार 15 से 20 फीसदी महिला कावड़ियों की संख्या रहेगी इसलिए कावड़ यात्रा में महिला पुलिसकर्मियों को भी लगाया गया है। वहीं कावड़ के दौरान शिविर लगाने वाले शिविर संचालकों को भी सुरक्षा रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी डीजे बंद व लाठी-डंडों को लेकर कुछ नहीं बोले और उठ कर चले गए।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने कहा कि इस बार कावड़ को पॉलिथीन मुक्त रखने की कोशिश रहेगी। जगह-जगह लगे शिविरों पर भी पॉलिथीन मुक्त के बैनर लगाए जाएंगे। साथ ही अलाउंस मेंट के जरिए कावड़ यात्रा में कावड़ियों को पॉलिथीन के इस्तेमाल नहीं करने की अपील की जाएगी। इससे एक संदेश भी जाएगा और कुछ हद तक पॉलिथीन पर भी प्रतिबंध लगेगा। अगले वर्ष दोनों पटरी होगी चालू
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने पत्रकार वार्ता में बताया कि अगले साल तक वह गंग नहर की दोनों पटरियों को चालू कर देंगे, जिसके बाद हाईवे को बंद नहीं करना पड़ेगा। इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी साल से ही पीडब्ल्यूडी विभाग को यह प्रस्ताव भेज दिया है। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह ने अधिकारियों से कहा कि शुक्रवार को हुई अंतरराज्य बैठक का रिजल्ट वह 15 से 20 दिन बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करके जानेंगे, जो निर्देश बैठक में दिए गए हैं यदि वह पूरे नहीं मिले तो संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस वर्ष प्रदेश में वेस्ट ट्रेन हादसों को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ गंभीर हैं इसलिए उन्होंने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को रेलवे के अधिकारियों से भी बैठक करने की निर्देश दिए हैं। प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि ट्रेन हादसों को लेकर वह बेहद गंभीर हैं और रेलवे के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लगातार बात कर रहे हैं इसलिए कावड़ यात्रा में ट्रेनों में भी रेलवे व जीआरपी के अलावा अन्य पुलिस बल भी लगाया जाएगा।