26 जुलाई को पूरे देश में कारगिल विजय दिवस (kargil vijay diwas ) के रूप में मनाया जाता है. ये उन जवानों के शौर्य और पराक्रम को याद दिलाता है जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान देकर कारगिल में तिरंगा फहराया था. दुश्मन देश के नापाक इरादों को नाकाम करने वाले इन शहीदों को आज देश याद कर रहा है.
#KargilVijayDiwas : मंत्री @sureshkhannabjp ने कारगिल में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/n5N0NRP5M3
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 26, 2017
शहीदों के परिजनों को किया गया सम्मानित:
- कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आज सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाईक कारगिल शहीद स्मृति वाटिका पहुंचे थे.
- यहाँ सीएम ने कारगिल के शहीदों को नमन किया और उनके परिजनों को सम्मानित किया.
- इस मौके पर योगी कैबिनेट के मंत्री मोहसिन रज़ा, डॉ महेंद्र सिंह, ब्रजेश पाठक मौजूद रहे.
- वहीँ सुरेश खन्ना, रीता बहुगुणा जोशी, डॉ दिनेश शर्मा, आशुतोष टंडन और स्वाति सिंह भी कारगिल शहीद स्मृति वाटिका पहुंचे थे.
पाक के नापाक इरादों को किया था नाकाम:
- भारतीय सेना की इस जीत में शहर के जांबाजों का भी अहम योगदान रहा.
- इन शूरवीरों को याद किए बिना कारगिल विजय दिवस की कल्पना भी नहीं की जा सकती.
- कारगिल युद्ध में दुश्मनों को खदेड़कर वहां तिरंगा लहराने वाले जांबाजों में शहर के शूरवीर भी शामिल थे.
- इन रणबांकुरों ने अपने पराक्रम की जो मिसाल कायम की उसे भूलाया नहीं जा सकता.
- अपने प्राण न्यौछावर कर इन शहीदों ने मातृभूमि की रक्षा की.
- अपने लाडले की शहादत पर इनके परिवारीजनों को गर्व है.
- बुधवार को कारगिल विजय दिवस की 17 वीं वर्षगांठ हैं.
- कारगिल युद्ध में सबसे अधिक शहादत उत्तर प्रदेश के 76 जांबाजों ने दी थी.
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