26 जुलाई को पूरे देश में कारगिल विजय दिवस (kargil vijay diwas ) के रूप में मनाया जाता है. ये उन जवानों के शौर्य और पराक्रम को याद दिलाता है जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान देकर कारगिल में तिरंगा फहराया था. दुश्मन देश के नापाक इरादों को नाकाम करने वाले इन शहीदों को आज देश याद कर रहा है.
कारगिल के शहीदों को नमन:
- स्मृति वाटिका में सीएम योगी और राज्यपाल भी मौजूद थे.
- मुख्यमंत्री योगी ने भारत माता के सपूतों के लिए विनम्र श्रद्धांजलि दी.
- उन्होंने कहा कि शहीद का बलिदान राष्ट्र का जीवन होता है.
- शहीदों की शहादत से राष्ट्र से संजीवनी मिलती है.
- कारगिल की लड़ाई में भारत ने पाकिस्तान को पीछे धकेल दिया.
- अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार ने किसी भी बातचीत से इनकार कर दिया.
- उन्होंने कहा कि जब तक एक भी घुसपैठी सीमा में रहेगा तब तक पाकिस्तान से कोई समझौता नही हो सकता.
- अगर हम स्कूल में छात्रों के मन में देशभक्ति की भावना जागृत नहीं कर सकते तो क्या करेंगे.
- छात्रों को हमारे देश के सूरमाओं के बारे में मालूम होना चाहिए.
- वो कौन थे जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान दिया.
- इसलिए सभी को अपने बच्चों को इनके शौर्य की गाथा सुनानी चाहिए.
शहीदों के नाम पर होगा संस्थानों का नामकरण:
- सीएम योगी ने कहा कि हमारा एक धर्म होना चाहिए और वो राष्ट्रधर्म है.
- हमें कभी इस बात से संकोच नहीं करना चाहिए.
- हमारी सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है.
- देश की रक्षा में शहीद होने वाले जवान के नाम पर एक शैक्षणिक संस्थान का नाम होगा.
- हमारी सरकार ने शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के नाम पर लखनऊ सैनिक स्कूल का नामकरण करेंगे
- इसका फैसला कैबिनेट में लिया गया.
- कारगिल शहीद के साथ-साथ आज भी सीमा पर देश की रक्षा में शहीद होने वाले जवानों के नाम पर किसी न किसी संस्थान का नामकरण करेगी.
- शहीदों के परिवार को आश्वस्त करूँगा कि उत्तर प्रदेश सरकार सदैव उनके साथ है.
- शहीद होने वाले जवानों के परिवार के साथ सरकार हमेशा खड़ी रहेगी.
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