चंदन की हत्या का आरोपी शकील गिरफ्तार किया जा चूका है. उसके घर से तलाशी के दौरान पुलिस ने देशी बम और पिस्टल बरामद की थी. पुलिस लगातार सघन तलाशी अभियान चलाकर अन्य आरोपियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है. वहीँ इस हिंसा के पीछे साजिश के अंदेशे ने अफसरों की नींद उड़ा दी थी. कासगंज हिंसा को लेकर हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में एक याचिका दायर की गई थी.
कासगंज प्रकरण पर हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने खारिज की याचिका
हाई कोर्ट में दायर याचिका में चन्दन को 50 लाख मुआवजे और शहीद का दर्जा देने की मांग की गई थी. याचिका में घटना की NIA से जांच की मांग भी की गई थी. पहले से जांच जारी और मुआवजा दे चुकी हैं सरकार. हाई कोर्ट ने याचिका को ख़ारिज कर दिया है.
NIA से जाँच कराने की मांग को लेकर दायर याचिका हुई थी सुनवाई:
NIA से जाँच कराने की मांग को लेकर दायर याचिका पर हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में आज सुनवाई हुई. कासगंज हिंसा मामले की हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में दायर याचिका में NIA से जांच कराने के अलावा 50 लाख रुपये मृतक आश्रित को दिए जाने की मांग भी की गई. वहीं अवैध रूप से रह रहे संदिग्ध पाकिस्तानी,बांग्लादेश और रोहिंग्या मुस्लिमों के शामिल होने की आशंका भी व्यक्त की गई है. हिंदू पक्षकार और वकील हरि शंकर जैन ने याचिका दायर की थी.
कासगंज से सलीम की हुई गिरफ़्तारी:
सलीम चन्दन की हत्या के बाद से ही फरार था और पुलिस लगातार तलाशी में जुटी हुई थी. पुलिस ने दबिश कई जगह दी लेकिन सफलता नहीं मिली थी और अंत में पुलिस को सर्विलांस की मदद से सलीम के ठिकाने का पता चला और उसको गिरफ्तार किया गया. जबकि सलीम के दो अन्य भाई भी अभी फरार हैं और पुलिस को उम्मीद है कि सलीम से उनके बारे कोई ठोस जानकारी मिल सकती है. चन्दन की हत्या का आरोप सलीम और उसके भाईयों पर है.