हाथरस के दलित संजय जाटव की शादी कई दिनों से सुर्ख़ियों में थी. लेकिन आज संजय ने कासगंज जिले के निजामपुर गाँव का इतिहास बदल दिया है. संजय घोड़ी चढ़ कर पूरे जोर शोर से अपनी बरात लेकर अपनी दुल्हन लेने पहुँच गया हैं. कासगंज की दलित लड़की शीतल की शादी हाथरस के बसई बाबा गांव के संजय जाटव से धूमधाम से हो रही है. ये पहला मौका है जब इलाके में कोई दलित घोड़ी पर चढ़कर जुलूस के साथ गांव में बारात लेकर आया है.
पहली बार घोड़ी पर कोई दलित बारात लेकर पहुंचा:
बता दें कि गांव के ऊंची जाति के लोग दलित की शादी में घोड़ी और जुलूस के विरोध में थे. लेकिन संजय अपनि बरात मे घोड़ी से ही जाना चाहता था. इसी कड़ी में करीब 6 महीने से ये तनाव जारी था.
#कासगंज – दलित संजय जाटव की बारात गाड़ियों के काफिलों के साथ पहुँची निजामपुर गांव, बारात में @BSPUttarPradesh और @RLDparty के विधायक भी पहुंचे. @jayantrld pic.twitter.com/gi6hXHDqyF
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 15, 2018
मामला सुर्खियों में आने के बाद खुद डीजीपी ने सुरक्षा का वादा किया था. शादी के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है. वहीं इस मौके पर एडिशनल एसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि सब कुछ नियंत्रण में है. ठाकुरों और दलितों के बीच आपसी समझौता हो गया है.
एसपी ने बताया कि पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था यहां 17 तारीख की सुबह तक रहेगी, जब तक शादी समारोह खत्म नहीं हो जाता.
बीएसपी और आरएलडी पार्टी के विधायक भी बारात में शामिल:
बता दें कि संजय जाटव की बारात में बीएसपी और आरएलडी पार्टी के विधायक भी शामिल हुए हैं. दलित संजय जाटव की बारात गाड़ियों के काफिलों के साथ निजामपुर गांव पहुँच चुकी है.
वहीं अभी भी परिजनों में खुशियों के बीच दंगे भड़कने का थोडा डर भी है. 6 महीने से अपनि शादी को लेकर संघर्ष कर रहे संजय ने कहा, “मुझे इस पूरे संघर्ष में काफी अच्छा महसूस हुआ. 21 वीं सदी में पहली बार कोई दलित उस गांव में घोड़ी चढ़कर जाएगा. 6 महीने पहले हम लोगों को किसी तरह की खुशी नहीं थी. लेकिन आज हम खुशी का इजहार कर रहे हैं.”