राजधानी में नए कवियों (Shiroj Cafe Lucknow) को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका कवियों की लगने वाली पाठशाला ‘कविशाला’ में दिखाने का मौका मिलेगा। 16 जुलाई को राजधानी के शिरोज कैफे में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
फैमिली कोर्ट में पति ने महिला का गला रेता, मचा हड़कंप!
- कविशाला के फाउंडर अंकुर मिश्रा ने कहा कि कविशाला जिस उद्देश्य की पूर्ति के लिए निकला है वो समस्या केवल दिल्ली की नहीं है पूरे देश के साहित्य को इंटरनेट पर लाना होगा।
- इसके लिए कविशाला का हर शहर में होना जरूरी है। इसी कारण हम लखनऊ आ रहे हैं।
वीडियो: रालोद कार्यकर्ताओं पर बर्बर लाठीचार्ज, दर्जनों घायल!
कविशाला की दिल्ली से हुई थी शुरुआत
- कविशाला के फाउंडर अंकुर मिश्रा ने कविशाला की शुरुआत कुछ साल पहले दिल्ली से की थी।
- उन्होंने कविशाला डॉट इन का एक ऑनलाइन पोर्टल स्टार्ट किया। जिसमें नए और युवा कवि अपनी रचनाएं लोगो के साथ साझा कर सकते है।
वीडियो: आरटीओ के संरक्षण में चल रहीं सैकड़ों ट्रेवल्स एजेंसियां!
- साथ ही साथ आज से 6 माह पहले दिल्ली शहर से हर महीने मीटअप करने शुरू किए थे।
- अंकुर बताते हैं कि नई पीढ़ी में हम किसी कवि को नहीं जानते।
- कुमार विश्वास, मुनव्वर राणा और राहत इंदौरी के बाद काफी ज्यादा जेनरेशन गैप आ गया।
- इस लिहाज से मुझे लगा कि नए राइटर्स को मौका देने के लिए प्लेटफॉर्म देना चाहिए।
- रेख्ता, कविताकोश जैसी (Shiroj Cafe Lucknow) वेबसाइट्स भी बड़े कवियों के काम को जगह देती हैं।
वीडियो: कावड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर DIG ने किया निरीक्षण!