उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने आज विधानसभा के तिलक हाल में एक समीक्षा बैठक की. ये बैठक यूपी में सड़कों के विकास को लेकर की गई. बैठक के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘पिछली सरकार की तरह हम पत्थर लगा कर काम नही करना चाहते, बल्कि सडक पूरी तरह कम्पीलट करके पत्थर लगायेगे.’
डिप्टी सीएम ने छूटे जिलों का भी माँगा प्रस्ताव-
- डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने आज लखनऊ विधानसभा के तिलक हॉल में समीक्षा बैठक की.
- इस बैठक में सभी सांसदों के साथ यूपी की सडकों के विकास पर चर्चा की गई.
- बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि सांसद अपने जिले के जो बहुत जरूरी हो पुल हैं उन्हें बनाने के काम को प्रस्ताव दे.
- डिप्टी सीएम ने बताया कि सड़कों के विकास के लिए केद्र से साढ़े छह सौ करोड़ मिलना था.
- जिसे पिछली सरकार ने प्रस्ताव देने के बाद भी नही लिया.
- जबकि हमारी सरकार बनने के बाद केद्र ने दस हजार करोड़ रूपये दिये हैं.
- उन्होंने बताया कि नाबार्ड के माध्यम दो सौ करोड़ स्वीकृति है.
- बैठक के दौरान उन्होंने परियोजना पर सांसदों से प्रस्ताव भी मांगे.
- उन्होंने कहा कि सांसद जो जिले छुटे है उनका भी प्रस्ताव दे.
- जिससे उन जिलों में भी काम किया जा सके.
सासंद देख ले की किस नदी पर सेतु बनाए जाएँ-
- समीक्षा बैठक के दौरान डेपुटी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि प्रदेश में सडको की बहुत जरूरत है.
- जिसके लिये तेजी काम किया जा रहा है.
- उन्होंने कहा कि सेतुओं को लेकर सासंद देख ले की किस नदी पर सेतु बनाये जाएँ.
- डिप्टी सीएम ने कहा कि जिन सेतुओं से लाख दो लाख लोगो को फायदा मिल सके उसका प्रस्ताव दें.
- वहीँ रिगं रोड बाई पास जो बन रहे है उसका कोई सुझाव हो तो सांसद दें.
- गौरतलब हो कि सरकार ने 15 जून तक यूपी की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लक्ष्य लिया था.
- लेकिन सरकार समय सीमा के अन्दर ये लक्ष्य पूरा नही कर पाई.
- ऐसे में आज केसव मौर्य ने कहा कि गड्ढा मुक्ती के लिये जमीन पर काम दिख रहा.
- सरकार ने 74 हजार किमी सड़क को गढ्डा मुक्त किया है.
- जबकि दस हजार किमी सड़क ही बाकी है.
- उन्होंने कहा कि जो सड़कें पूरी तरह धवस्त हो चुकी है उनका पुनः निर्माण किया जायेगे.
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