उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार 8 दिसंबर को PWD कांफ्रेंस में दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, इस दौरान कार्यक्रम में केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, छत्तीसगढ़ के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत, असम के PWD मंत्री सुधीर धवरकर. गोवा, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, सिक्किम, मणिपुर, एमपी के पीडब्ल्यूडी मंत्री लखनऊ कांफ्रेंस कार्यक्रम में पहुंचे थे, जिसके तहत सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. प्रदर्शनी का आयोजन राजधानी लखनऊ स्थित बाबा भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में किया गया था. इसके साथ ही योगी सरकार के उप-मुख्यमंत्री और PWD मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रदर्शनी को संबोधित भी किया. इसी क्रम में डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को भी प्रदर्शनी में पहुंचे थ, जहाँ उन्होंने एक बार फिर से कार्यक्रम को संबोधित किया. आज रविवार को कांफ्रेंस के बाद डिप्टी सीएम ने के बार फिर से प्रेस वार्ता कर सारी जानकारी दी.
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डिप्टी सीएम केशव मौर्या का बयान:
- डिप्टी सीएम केपी मौर्या ने कहा कि दो दिवसीय कांफ्रेंस का कल समापन हुआ है, जिसमें सड़कों की नई तकनीक पर चर्चा हुई.
- प्रदेश में सड़कों का जाल तो है लेकिन सही तकनीक का इस्तेमाल ना होने से दिक़्क़त हुई.
- राज्यमार्ग 10 मीटर करने का फैसला हुआ है.
- PWD की कोई भी सड़क 7 मीटर से कम की नहीं होगी.
- नई तकनीक से कम से काम 20 वर्ष चलने वाली सड़कों का निर्माण होगा.
- आने वाले दिनों में सड़कों में गड्ढे खोजने में पत्रकारों को मशक़्क़त करनी पड़ेगी.
- अभियंता नई तकनीक प्रयोगों में डरते हैं, डरें ना नई तकनीक का विषय विभाग के सामने रखें.
- बिहार, महाराष्ट्र की कुछ अच्छी तकनीक यूपी में भी प्रयोग की जाएगी.
- PWD को हम श्रेष्ठ बनाना चाहते हैं.
- नीदरलैंड्स से आने वाली मशीनें मेक इन इंडिया के ज़रिए भारत में बनाने की योजना.
- प्रदेश में रोड एम्बुलेंस के इस्तेमाल की योजना भी है.
- तकनीक के विशेषज्ञों को लेकर एक्सपर्ट कमेटी बनेगी.
- JE से लेकर Engg तक संवाद के माध्यम से भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण तैयार होगा.
- पिछली सपा, बसपा सरकारों के बाद योगी सरकार में PWD ही नहीं सभी विभागों में बदलाव दिख रहा है.
- बिजनिस करना बुरा नहीं, लेकिन लूट बर्दाश्त नहीं.
- भविष्य में ठेकेदारों के साथ भी मीटिंग की जाएगी.
- बेहतर काम करने वाले विभाग के अधिकारियों , ठेकेदारों को डरने की ज़रूरत नहीं.
- माफियाओं को PWD से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
- सिंगल लेन सड़क भी अब 7 मीटर से कम की नहीं बनेगी.
- कुम्भ मेला हम लोगों के सामने चुनौती भी ज़िम्मेदारी भी है.