समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच विवाद खत्म नहीं हुआ है। सपा की कलह इन तीनों नेताओं के इर्द-गिर्द घूम रही है। यह कलह चुनाव चिन्ह का फैसला आने के बाद भी कभी शांत होती नहीं दिखी। इस बीच मुलायम सिंह कई मुद्दों पर अखिलेश यादव के साथ सहमत नहीं दिखें, साथ ही खुलकर अखिलेश यादव का विरोध भी किया।
मुलायम सिंह का आशीर्वाद भी सपा-कांग्रेस को नहीं बचा सकता
- मुलायम सिंह ने सपा के पक्ष में प्रचार करने से साफ इंकार कर दिया था।
- वह खुले तौर पर कई दिनों से अखिलेश यादव के फैसलों पर अपना विरोध जता रहे थे।
- लेकिन अचानक बुधवार को उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद अखिलेश यादव के साथ है।
- वहीं 9 फरवरी से मुलायम सिंह ने बेटे अखिलेश यादव और सपा के पक्ष में प्रचार करने की बात कहीं।
- इसी के बाद वह विरोधियों के निशाने पर आ गए।
- बीजेपी नेताओं ने एक बार फिर इस पूरे कलह को ड्रामा बताया।
- वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने दावा कि मुलायम सिंह का आशीर्वाद भी सपा-कांग्रेस को बचा नहीं पाएंगा।
- उन्होंने कहा कि यह आशीर्वाद अब काम नहीं आने वाला है।
- जनता बीजेपी के पक्ष में ही वोट करने वाली है।
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