किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को सोमवार को राष्ट्रीय मूल्याकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा ‘ए’ ग्रेड सीजीपीए का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। जिसे मिलने के बाद एक और उपलब्धि को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय ने हासिल कर लिया है। इससे विश्वविद्यालय का गौरव और बढ़ गया है। ये प्रमाण पत्र आगामी पांच वर्ष के लिए मान्य होगा। चिकित्सा विश्वविद्यालय को यह प्रमाण पत्र प्रशासन, संकाय सदस्यों एवं विद्याथियों के कठिन परिश्रम से प्राप्त हुआ है।
ये भी पढ़े : लखनऊ: पर्यटन भवन में किया जायेगा मैंगो फूड फेस्टिवल का आयोजन!
सभी के सहयोग से मिला ये सौभाग्य
- किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्याकन एवं प्रत्यायन परिषद ने प्रमाण पत्र दिया।
- इस पत्र की खासियत है की ये आगामी पांच वर्ष तक मान्य होगा।
- ‘ए’ ग्रेड सीजीपीए का ये प्रमाण पत्र प्रशासन, संकाय सदस्यों एवं विद्याथियों के कारन मिला है।
- पाठ्यक्रम में सुधार विभिन्न संकायो का विकास, छात्र उन्मुख शिक्षा, मरीजो की सेवाओ का विस्तार के लिए मिलता है।
- साथ ही रोगी देखभाल, विभिन्न विशिष्टताओ और बुनियादी ढ़ाचा, अनुसंधान-नवाचार और विस्तारित गतिविधियों में विशेष योगदान दिया है।
- राष्टींय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद एक स्वायत्त संस्थान है जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा गठित किया गया है।
- ताकि भारतवर्ष मे उच्च शिक्षा संस्थानो का आकलन और मान्यता प्राप्त हो सके।
- नैक द्वारा उन संस्थाओ के आकलन की प्रक्रिया एक अंतराष्टींय स्तर की स्वीकार्य पद्धति के अनुरूप किया जाता है।
- जो स्वैच्छिक रूप से इसके लिए प्रत्यावेदन करते हैं।
- केजीएमयू नैक टीम की समन्वयक प्रोफेसर दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि ये प्रमाण पत्र 01 मई 2022 तक मान्य होगा।
- मूल्यांकन एवं प्रत्यायन को मूलतः किसी भी शैक्षिक संस्था की गुणवत्ता की स्थिति को समझने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- गुणवत्ता का मानदंड निधार्रित करने के लिए शैक्षिक प्रक्रियाओं में संस्था का प्रदर्शन,शिक्षण अधिगमन एवं मूल्यांकन तथा छात्रा सदस्यों को ध्यान में रखा जाता है।