पिछले दिनों केजीएमयू के डॉक्टरों पर किडनी चोरी का आरोप लगा था. इस आरोप के बाद केजीएमयू के साख पर सवाल उठे थे. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. पर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा ने बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि किडनी चोरी का आरोप लगाने वालों पर कार्रवाई की जाये। उन्होंने जाँच का हवाला दिया है और कहा है कि केजीएमयू में किडनी चोरी की बात गलत साबित हो गई है.
ये है पूरा मामला-
- बारांबकी के भवानी बक्स गाँव का 23 वर्षीय युवक पृथ्वीराज इलाज के लिए लखनऊ के केजीएमयू आया था.
- बता दें की 19 फ़रवरी 2015 में पृथ्वीराज ट्रैक्टर पलटने की एक दुर्घटना के गंभीर रूप से घायल हुआ था.
- जिसे बाद उसे घायल आवस्था में बाराबंकी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
- लेकिन अस्पताल ने पृथ्वीराज की हालत ज्यादा गंभीर देखते हुए उसे केजीएमयू रेफर कर दिया.
- अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था की उसकी आंत में गंभीर चोट आई है.
- लखनऊ ट्रामा सेंटर में युवक की जांच की गई तो आँतों का फटा होना पाया गया.
- जिसके बाद उसका तत्काल ऑपरेशन करके फटी आँतों को ठीक किया गया.
- लेकिन इसके बवाजूब भी युवक के पेट में दर्द बना रहा.
- धीरे धीरे घटना को दो साल से ज्यादा वक़्त गुज़र गया.
- इस दौरान युवक की स्थिति ज्यादा बिगड़ने से उसे प्राइवेट डॉक्टर को दिखाया गया.
- लेकिन अल्ट्रासाउंड में उसकी दायीं किडनी गायब मिली.
- गौरतलब हो की केजीएमयू में हुए अल्ट्रासाउंड के दौरान युवक की दोनों किडनी मौजूद थी.
- जिसके बाद युवक के परिवार वालों ने किडनी चोरी का आरोप लगते हुए बाराबंकी पुलिस में शिकायत की थी.
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