केजीएमयू प्रशासन ने बीते दिनों टीजी हास्टल की लिफ्ट में मेडिकोज के फसने की घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। ऐसी समस्या होने से किसी की जान जाने का भी खतरा रहता है।यही वजह है की केजीएमयू प्रशासन ने इस मुद्दे पर काफी सोचने विचारने के बाद तकनीकी, बिजली व अन्य अधिकारियों के संग बैठक की। बैठक में विभागों व हास्टलों को मिला कर परिसर में संचालित लिफ्टों में आटो रेस्क्यू डिवाइस ( एआरडी) लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए सभी विभागों से तकनीकी रिपोर्ट भी मांगी गयी है।
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नहीं होगी परेशानी
- आपको बात दें की तीन दिन पहले केजीएमयू के टीजी हास्टल की लिफ्ट बंद हो गयी थी.
- रात दो बजे जिस वक़्त कुछ मेडिकोस अपने रूम में जा रहे थे उस वक़्त ये समस्या हुई थी।
- ऐसे में लिफ्ट में मौजूद कुछ मेडिकोस बेहोश भी हो गए थे।
- बाद में किसी तरह फ़ोन मिलाकर गॉर्ड को इन्फॉर्म कर बुलाया गया था.
- तब जाकर मेडिकोस को बाहर निकाला जा सका था।
- वही अगस्त 2015 में अचानक लिफ्ट बंद होने से एक गर्भवती की मौत हो गयी थी।
- इन घटनाओं से सबक लेते हुए केजीएमयू प्रशासन ने सभी लिफ्टों की मरम्मत कराने का आदेश दिया है।
- केजीएमयू प्रशासन ने उस वक़्त इसके साथ ही एआरडी लगाने की घोषणा भी की थी।
- इस डिवाइस की खासियत यह रहती है बिजली जाने पर लिफ्ट निकटतम फ्लोर पर जाकर रुक जाती है आैर ओपन हो जाती है।
- हालांकि अभी तक यह घोषणा कागजों पर चल रही थी।
- आये दिन लिम्ब सेंटर, न्यू ओपीडी सहित अन्य विभागों में आये मरीज लिफ्ट में फंस जाते है।
- कुछ हंगामे के बाद मामला शांत हो जाता है।
- पर अब बैठक के बाद तकनीकी विभाग से सभी लिफ्टों की जानकारी मांगी गयी है।
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