केजीएमयू के गांधी वार्ड की आईसीयू यूनिट में फार्मा क पनियों के प्रतिनिधि बेरोकटोक जूते पहनकर प्रवेश कर रहे हैं। उन्हें इस बात से कोई सरोकार नहीं, उनकी यह हरकत यहां भर्ती रोगियों को संक्रमण का शिकार बना सकती है। दिलचस्प यह कि एमआर के लिए हमेशा खुले रहने वाले यहां के द्वार मरीजों के परिजनों के लिए बंद रहते हैं और उन्हें अंदर जाने से पहले संक्रमण होने की सीख भी दी जाती है। जाहिर है, केजीएमयू में यह दोहरा रवैय्या कमीशन के लालच वाले चिकित्सकों की शह के चलते अपनाया जा रहा है।

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एमआर के लिए नहीं है कोई रोकटोक

  • आईसीयू में मरीज के तीमारदारों से लेकर सभी को जूते या चप्पल पहन अंदर जाने की अनुमति नहीं रहती।
  • जिसकी वजह मरीजों का संक्रमण से बचाव करना है।
  • केजीएमयू के गांधी वार्ड के आईसीयू में भी ये ही निर्देश दिए गए हैं।
  •  लेकिन, फार्मा कंपनियों के प्रतिनिधि (एमआर) के लिए यहां कोई रोकटोक नहीं।
  • वे आईसीयू यूनिट के अंदर जूते पहनकर जाते हैं और उन्हें कोई मना नहीं करता।
  •  जिससे आईसीयू यूनिट में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।
  • पीठ पर बैग लिये जूते पहनकर एमआर यूनिट में प्रवेश कर चिकित्सकों से मिलते हैं।
  • और उनके समक्ष अपने उत्पाद का प्रचार भी करते हैं।
  • सूत्रों की मानें तो ये प्रतिनिधि सुरक्षाकर्मियों को थोड़े से रुपयों की लालच देकर आसानी से अंदर प्रवेश कर जाते हैं।
  • गार्ड ही नहीं पैरामेडिकल स्टाफ भी इनको कुछ नहीं कहते।
  • वहीं, डॉक्टरों को कमीशन मिलने के चलते उनकी भी इन प्रतिनिधियों को शह मिली रहती है।
  • ऐेसे में उनका लालच भर्ती मरीजों की जान संकट में डाल रहा है।
  • इसके अतिरिक्त, गांधी वार्ड के आईसीयू में सेंट्रलाइज्ड एसी लगभग एक माह से खराब पड़ा है।
  • वीसी के स त रवैये के बाद भी अभी तक एसी को सही नहीं किया जा सका है।
  • आईसीयू यूनिट में मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि बाथरूम में साफ-सफाई न के बराबर है।
  • जिससे बाथरूम में गंदगी भरी रहती है। इसके अलावा आईसीयू में मरीजों की पट्टी के लिए रुई तक की व्यवस्था नहीं है।

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क्या कहते हैं जिम्मेदार

  • आईसीयू यूनिट प्रमुख का कहना है कि फार्मा कंपनियों के प्रतिनिधि को आईसीयू में जाने पर बैन है।
  • डाक्टरों को सख्त  हिदायत दी गयी है कि वह आईसीयू यूनिट में एमआर से न मिलें।
  • इसके बावजूद भी डॉक्टर आईसीयू यूनिट में एमआर से मिलते हैं तो स त कार्यवाई की जायेगी।

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