किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेण्टर में आग लगने का फ़ायदा यहाँ के दलालों को खूब हो रहा है। मरीज की बीमारी से परेशान तीमारदारों को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि वो अपने मरीज को कहा ले जाये बस इसी बात का फ़ायदा दलाल उठा रहे हैं। मरीजों को जांच और दवा के नाम पर खूब ठगा जा रहा है। ख़ास बात ये की इसके लिए मरीजों को कही जाने की जरुरत नहीं है ये दलाल उनके वार्ड में ही आकर उन्हें सारी सुविधा दे रहे हैं।
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दलाल करवा रहे पैसा लेकर जांचें
- ट्रामा सेण्टर में दलाल इस कदर सक्रिय हैं कि बिना किसी रोक टोक के वो अपना काम कर रहे हैं।
- डॉक्टर्स की हाज़री में ही वो मरीजों को ठगने का काम कर रहे हैं।
- या इस बात को यूं कहे की डॉक्टर्स भी इसमें मिले हुए हैं तो गलत नहीं होगा।
- ट्रामा ऑर्थोपेडिक वार्ड में भर्ती मरीज ने जब आपबीती बताई तो इस बात का पता चला।
- ऑर्थोपेडिक वार्ड के बेड नम्बर 12 पर भर्ती निजामुद्दीन ने बताया की उनके जांघ की हड्डी टूट गयी।
- वो ट्रामा में आये तो यहाँ पर डॉक्टर्स ने उन्हें कुछ जांचे लिखी।
- जो जांच उन्हें लिखी गयी थी उसकी सुविधा अस्पताल में नहीं थी।
- ऐसे में डॉक्टर्स ने उनसे कहा कि आपकी जांच हो जाएगी। लेकिन अस्पताल में इसकी सुविधा है।
- आपके पास एक आदमी आएगा वो आपकी जांच करवा देगा।
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- उनके पास जो आदमी पंहुचा उसने उनसे जांच करवाने के 2300 रुपये मांगे।
- मजबूरी में निजामुद्दीन ने दलाल को पैसे देकर जांच करवायी।
- हालांकि उनसे ठगी की कहानी यही खत्म नहीं हुई। इसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें ऐसी दवाये लिखी जो अस्पताल में नहीं थी।
- दवा का पर्चा लेकर निजामुद्दीन के परिजन KGMU के बाहर के मेडिकल स्टोर पर भटकते नजर आये।
- बावजूद इसके उन्हें अभी तक साड़ी दवायें नहीं मिल सकी हैं।
- तीमारदारों का आरोप है कि उनका काफी पैसा इलाज में खर्च हो गया है और अभी पता नहीं और कितना होगा।
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