जानिए गठबंधन की सीटों पर जारी हुई लिस्ट से यूपी की राजनैतिक में कितनी हलचल
लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन ने फ़िलहाल तो अपने चुनाव लड़ने की लिस्ट जारी कर यूपी में तहलका मचा दिया है। 16वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के आखिरी दिन सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने यह कहकर तहलका मचा दिया कि वह अगली बार भी नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं। वही उन्होंने बृहस्पतिवार को भी गठबंधन पर सवाल खड़े किए।
- बसपा व सपा क्रमश: 38 व 37 सीटों पर चुनाव लडे़ंगे।
- सूची से जाहिर है कि सीटों की पसंद में मायावती की राय को तवज्जो दी गई है।
- अमेठी, रायबरेली, मुजफ्फरनगर, मथुरा व बागपत लोकसभा क्षेत्र का सूची में जिक्र नहीं है।
2 सीटें कांग्रेस व 3 सीटें रालोद के लिए छोड़ी
पूर्व की घोषणा के मुताबिक दो सीटों पर कांग्रेस व तीन पर रालोद लड़ेगा। रालोद के लिए सपा ने अपने कोटे की एक सीट और दी है। इस तरह रालोद गठबंधन का हिस्सा बन गया है। मायावती व अखिलेश यादव ने बीते 12 जनवरी को लोकसभा चुनाव गठबंधन कर लड़ने का एलान किया था। मायावती ने उस समय सपा और बसपा को बराबर 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही थी। दो सीटें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए और दो अन्य दलों के लिए छोड़ने की घोषणा की थी।
- अन्य दलों में राष्ट्रीय लोकदल शामिल था। दोनों दलों ने सीटों के बंटवारे में एक महीने आठ दिन लग गए।
- इसके कुछ ही देर बाद मायावती व अखिलेश यादव के संयुक्त हस्ताक्षर से 75 लोकसभा सीटों का बंटवारा जारी कर दिया गया।
- बसपा सुप्रीमो मायावती नगीना (सुरक्षित) लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकती है।
नगीना सीट से लड़ सकती है बसपा सुप्रीमो मायावती
सीट बंटवारे में बसपा ने बिजनौर जिले की बिजनौर व नगीना, दोनों लोकसभा सीट ले ली हैं। वर्ष 2014 में इन दोनों सीटों पर सपा दूसरे नंबर पर और बसपा तीसरे स्थान पर रही थी। मायावती 1989 में बिजनौर से चुनाव जीतकर पहली बार सांसद बनी थीं। उस समय बिजनौर सुरक्षित सीट थी। नए परिसीमन के बाद बिजनौर सीट सामान्य हो गई और नगीना (सुरक्षित) नई सीट बन गई है।
- मायावती इस इलाके से वाकिफ हैं।
- नगीना सीट पर मुस्लिम व दलितों की तादाद 55 फीसदी से अधिक है।
- सात-आठ फीसदी जाट मतदाता भी है।
- रालोद से गठबंधन की स्थिति में उन्हें इसका लाभ मिल सकता है।
जानिए किसके हिस्से में आई कौन सी सीट
बसपा के हिस्से में जो सीट आई हैं उनमें बिजनौर, नगीना, अमरोहा, गौतमबुद्धनगर, आंवला, फर्रूखाबाद, हमीरपुर, कैसरगंज, श्रावस्ती, बस्ती, लालगंज, में सपा दूसरे स्थान पर रही थी। इसी तरह सपा के खाते में जो सीट आई हैं उनमें हाथरस, खीरी, हरदोई, बांदा, राबर्ट्सगंज, मिर्जापुर, चंदौली, महाराजगंज, में बसपा दूसरे नंबर पर रही थी। सपा-बसपा गठबंधन में सीटों के बंटवारे में 2014 के लोकसभा चुनाव में रनर अप या ज्यादा वोट लेने का फार्मूला नहीं चला।
- सीटों के बंटवारे में बसपा सुप्रीमो की पसंद को ज्यादा तरजीह दी हई है।
- बसपा ने सपा से कई ऐसी सीट ले लीं जिन पर वह 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहीं थी।
- इसी तरह बसपा की दूसरे नंबर की कुछ चुनिंदा सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी।
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