उत्तर प्रदेश में नयी सरकार के आने के बाद एक के बाद एक कई घोटाले सामने आये हैं. इन घोटालों ने यूपी में बढ़ते भ्रष्टाचार की एक अलग तस्वीर पेश की है. वहीँ स्वास्थ्य विभाग जुड़ा एक घोटाला भी सामने आया है.
स्वास्थ्य विभाग में बहुत बड़ा घोटाला:
- पैथोलॉजी जांच में मुफ्त जांच के नाम बड़ा घोटाला सामने आया है.
- NHM के तहत पैथोलॉजी जांच में ये बड़ा घोटाला सामने आया है.
- लेकिन मामले के खुलासे के बाद भी अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है.
- स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार अंदर तक फैला हुआ है लेकिन इस पर काबू नहीं पाया जा सका है.
- टेंडर लेने वाली कंपनी ने दूसरी कंपनी को काम बेच दिया.
- बता दें कि कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर को ये टेंडर मिला था.
- कृष्णा डायग्नोस्टिक ने काम का ठेका दूसरे को दे दिया.
- जबकि खुद पैथोलॉजी में फर्जी जांच कर सरकार से पैसे लिए.
फर्जी जाँच के नाम पर वारे-न्यारे
- हैरानी की बात ये है कि पैथोलॉजी सेंटर पर न टेक्नीशियन और न जांच.
- पूरे मामले में पैथोलॉजी का फर्जी सेंटर बनाकर कृष्णा डायग्नोस्टिक ने घोटाला किया.
- जबकि गरीबों की मुफ्त जांच का पैसा सरकार देती है .
- वहां इस फर्जी सेंटर पर कोई व्यवस्था नहीं मिली .
- यहाँ तक कि ब्लड सैम्पल तक की व्यवस्था सेंटर पर नहीं मिली है.
- इन्ही फर्जी जांचों के आधार पर मरीजों का इलाज हुआ था.
- PPP मॉडल के तहत 822 सीएचसी में जांच सेंटर है.
- इसका ठेका 95 जिला अस्पतालों में भी दिया था
- भनक लगने पर प्राथमिक जांच में भ्रष्टाचार का मामला खुला है.
- लेकिन कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर पर अब तक FIR नहीं दर्ज हुई है.
- ना ही डीजी,निदेशक ने अबतक कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल किया है.
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