वैसे तो कुंभ में देश भर के साधु-संत आते हैं, पर पूवरेत्तर और दक्षिण भारत के राज्यों से आने वालों की संख्या कम होती है। इससे संत समाज को केंद्र में मानकर होने वाले आंदोलन या अन्य किसी सामाजिक कार्य में देश के इन इलाकों के संतों की सक्रियता अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो पाती है। अगले साल मकर संक्रांति (15 जनवरी) से महाशिवरात्रि (चार मार्च) तक इलाहाबाद में आयोजित कुंभ के दौरान विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस कमी की भरपाई की योजना बनाई है।
इसके लिए संतों को निमंत्रण भेज बुलाया जाएगा। इस बाबत विहिप की 21 और 22 सितंबर को दिल्ली में बैठक होनी है। बैठक में विहिप के केंद्रीय पदाधिकारी, प्रांतों के संपर्क प्रमुख, अध्यक्ष, कार्याध्यक्ष और उपाध्यक्ष आएंगे। बैठक में ही यह तय होगा कि किन-किन संतों को आमंत्रित किया जाएगा। इनको आमंत्रण देने के लिए विहिप के स्थानीय कार्यकर्ता और पदाधिकारी खुद जाएंगे। संगठन के बड़े पदाधिकारियों की ओर से अलग से भी आमंत्रण जाएगा। इसमें दक्षिण भारत से कर्नाटक, तमिलनाडु, और केरल एवं पूवरेत्तर के त्रिपुरा, मणिपुर, नगालैंड और मिजोरम प्रमुख होंगे।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 24 घंटे शटल बस चलाएगा परिवहन विभाग[/penci_blockquote]
कुंभ में शटल बसें चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस रूट तय करेगी। इन रूटों पर ही परिवहन विभाग की ओर से शटल बसें चलाई जाएंगी। पहली खेप में 520 शटल बसें अक्टूबर तक इलाहाबाद पहुंच जाएंगी। 35 से 55 सीटर इन बसों में दिव्यांगों को बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था होगी। मुख्य स्नान पर्वों पर इन बसों का संचालन चौबीस घंटे किया जाएगा। प्रत्येक मार्ग पर दस से पंद्रह मिनट के अंतराल पर इन बसों को चलाया जाएगा। इन बसों से शहर के लोगों के साथ ही देश-दुनिया से कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सहूलियत मिलेगी।
कुंभ के लिए शहर में एक हजार शटल बसें चलाने की योजना है। इनमें से पहली खेप के रूप में 520 बसें अक्टूबर में आ जाएंगी। विशेष रूप से डिजाइन इन बसों से शहर में वायु प्रदूषण नहीं होगा। बसें छोटी होने के कारण इनसे जाम की समस्या भी नहीं होगी। कुंभ में सुगम यातायात सुनिश्चित करने के लिए ही कई रूटों पर शटल बसें चलाने की योजना बनी है। अब इन बसों के लिए रूट तय करने का जिम्मा यातायात पुलिस को सौंपा गया है। हालांकि रूट प्लान पर अंतिम मुहर कमिश्नर लगाएंगे। माना जा रहा है कि इस माह के अंत तक रूट तय कर लिया जाएगा।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]निर्धारित रूट पर ही चल सकेंगे वाहन [/penci_blockquote]
परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. हरिश्चंद्र के अनुसार देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को सस्ता-सुगम और आरामदायक परिवहन उपलब्ध कराने के लिए शटल बसों की सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। कुंभ में सीएनजी ऑटो-टेम्पो और ई-रिक्शा के लिए भी अलग-अलग रूट निर्धारित किए जाएंगे। चालकों को निर्धारित रूट पर ही चलना होगा।
डीआईजी/एसएसपी कुंभ मेला केपी सिंह ने बताया कि, कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर ही शटल बसों के संचालन की योजना तैयार की जा रही है। जिससे हर श्रद्धालु मेले तक आसानी से पहुंच सके। बमरौली में बन रहा नया एयरपोर्ट नवंबर तक तैयार हो जाएगा। इसके बाद एयरपोर्ट से भी शटल बसें चलाई जाएंगी। सिविल लाइंस, रेलवे स्टेशन या किसी अन्य प्रमुख स्थान से भी एयरपोर्ट के लिए शटल बसें चलाने की तैयारी है। क्योंकि कुंभ में बड़ी संख्या में हवाई मार्ग से भी पर्यटकों के आने की उम्मीद है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]’स्वच्छ कुंभ क्षेत्र’ के लिए 1.22 लाख शौचालय[/penci_blockquote]
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में साल 2019 में लगने वाले कुंभ मेले के लिए कई खास इंतजाम किए जा रहे हैं। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने मेले में वर्ल्ड क्लास सैनिटेशन की व्यवस्था करने की दिशा में काम शुरू किया है। इसके लिए मेला क्षेत्र को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त करने के लिए एक लाख 22 हजार 500 शौचालय भी बनाने का फैसला हुआ है।
कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा करने इलाहाबाद पहुंचे सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि, सैनिटेशन को लेकर कुंभ मेले का नाम गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड ऑफ रेकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के उद्देश्य से सरकार ने कई बड़े प्रयास शुरू किए हैं। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, कुंभ मेले में आने वाले करीब 15 करोड़ श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शहर में साफ-सफाई को लेकर मानक भी तय किए जा रहे हैं। इसके लिए कुंभ मेले के दौरान करीब 35 हजार सफाईकर्मियों की तैनाती करने की तैयारी की जा रही है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]हर 250 मीटर पर बनाए जाएंगे शौचालय [/penci_blockquote]
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कुंभ मेले में 250 किमी रोड पर हर 250 से 300 मीटर पर टॉइलट का इंतजाम रहेगा। इसके अलावा रोडवेज और रेलवे स्टेशनों के करीब ज्यादा से ज्यादा शौचालयों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले में आने वाले लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी खास इंतजाम किए जाएंगे।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]एयर ऐम्बुलेंस की भी व्यवस्था कराएगी सरकार [/penci_blockquote]
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक इसके लिए मेले में प्रतिदिन 750 बेड रिजर्व रखे जाने की तैयारी हो रही है। इसके साथ ही मेले में प्रतिष्ठित डॉक्टरों के साथ ही एमबीबीएस और आयुष के चिकित्सकों और हेल्थ वर्कर्स को भी तैनात किया जाएगा। इमर्जेंसी की स्थिति में मेले में 150 ऐम्बुलेंस, एयर ऐम्बुलेंस और बोट ऐम्बुलेंस भी व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि इलाहाबाद में जनवरी 2019 में आयोजित होने वाले कुंभ के लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं विकसित करने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही कुंभ को देखते हुए करीब एक साल पहले से ही इलाहाबाद शहर में कई विकास कार्यों की शुरुआत करा दी गई है।
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