उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने शुक्रवार को नई राजनीतिक पार्टी के गठन का ऐलान कर दिया है। हालांकि राजा भैया की पार्टी का नाम अभी तय नहीं हो सका है। लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता में राजा भैया ने बताया कि चुनाव आयोग को तीन नाम भेजे गए हैं और अभी किसी नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगी है। इस बीच चर्चायें है कि राजा भैया अपने दल का नाम ‘जनसत्ता पार्टी’ रखेंगे। नयी पार्टी बनाकर राजा भैया ने भाजपा और सपा-बसपा गठबंधन से दूरी बनाना शुरू कर दिया है।
सरकार पर हुए हमलावर :
अपनी नयी पार्टी के गठन की जानकारी देने के लिए बुलाए गए प्रेस वार्ता में राजा भैया ने आरक्षण के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। राजा भैया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रमोशन में आरक्षण लोगों को हतोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि योग्यता के आधार पर आऱक्षण होना चाहिए। एससी-एसटी ऐक्ट पर केंद्र सरकार को घेरते हुए राजा भैया ने कहा कि यह कदम न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले में पहले विवेचना और उसके बाद ही गिरफ्तारी होनी चाहिए। राजा भैया ने साथ ही अपने समर्थकों और जनता का उनका साथ देने के लिए धन्यवाद् कहा।
सपा-बसपा गठबंधन से बनाई दूरी :
राजा भैया ने नयी पार्टी बनाकर जहाँ भाजपा पर हमला करते हुए उससे दूरी बनाई हुई है तो वहीँ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से भी उन्होंने दूरी बना ली है। बसपा द्वारा उन्हें जेल भेजे जाने के बाद वे समाजवादी पार्टी के करीब आये थे लेकिन राज्य सभा चुनाव के दौरान बसपा उम्मीदवार को वोट न देने पर सपा और उनके बीच दूरियां आ गयी है। यही मुख्य कारण है कि 25 वर्ष तक निर्दलीय रहने वाले राजा भैया को नए दल बनाने की आवश्यकता पड़ी।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”संबंधित खबरें” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”random”]