उत्तर प्रदेश के कई जिलों के बिजलीघरों में कोयला खत्म हो जाने से भीषण बिजली संकट पैदा हो गया है। इस कारण शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में लगातार कटौती की जा रही है। इस मामले पर सरकार का कहना है कि स्थिति पर जल्द ही काबू कर लिया जाएगा।
पूर्वांचल और पश्चिम यूपी में है संकट :
- पूर्वांचल और पश्चिम यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदेश सरकार ने 14 घंटे बिजली आपूर्ति की बात कही थी।
- परन्तु बिजली संकट के चलते मुश्किल से सिर्फ 7 से 9 घंटे ही बिजली मिल रही है।
- प्रदेश के बारा, ओबरा, सिंगरौली की कई इकाइयों से बिजली उत्पादन बंद हो गया है।
- हालांकि मौजूदा समय में गर्मी कम होने से पावर कार्पोरेशन अधिकारियों को थोड़ी राहत है।
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- परन्तु क्षेत्रवासियों को बिजली संकट से हो रही समस्याएँ सरकार की नाकामी की दास्तान बताती है।
- बिजली संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने प्रदेश की मदद की घोषणा की है।
- इस समस्या पर केन्द्रीय कोयला सचिव अनिल स्वरुप ने बीते दिन प्रमुख सचिव ऊर्जा के साथ बैठक की।
- केंद्र सरकार द्वारा यूपी के ठप बिजलीघरों को रोज 2 रैक कोयला देने का आश्वासन दिया गया है।
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