तन्वी सेठ पासपोर्ट मामले में uttarpradesh.org की टीम द्वारा सबसे पहले सामने लाये गये प्रत्यक्षदर्शी के अपहरण मामले में कुछ और बातें सामने आयीं हैं. प्रत्यक्षदर्शी ने हमारी टीम से सम्पर्क करते हुए बताया कि वह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटने में कामयाब हो गया हैं और इस वक्त भारत-नेपाल सीमा के पास लखीमपुर की एक पुलिस चौकी में है.
लखीमपुर की संसारपुर पुलिस चौकी पहुंचा प्रत्यक्षदर्शी:
तन्वी सेठ पासपोर्ट प्रकरण में मामले का खुलासा करने के किये प्रत्यक्षदर्शी को सबसे पहले uttarpradesh.org की टीम सामने लाई थी. जिसके बाद से तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई और पासपोर्ट ऑफिसर विकास मिश्रा का पक्ष भी सामने आया था. अब इसी कड़ी में प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि उसका अपहरण कर लिया गया था.
#BREAKING : अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर प्रत्यक्षदर्शी पहुंचा लखीमपुर स्थित संग्रामपुर पुलिस चौकी, @lucknowpolice की टीम जाएगी प्रत्यक्षदर्शी को लाने लखीमपुर . @SushmaSwaraj @rpolucknow @Uppolice @CMOfficeUP
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 24, 2018
अभी अभी उनसे सम्पर्क हो पाया है, उन्होंने बताया कि अब वे सुरक्षित हैं और अपहरणकर्ताओं से बच कर भाग निकले हैं. इस समय वे लखीमपुर में स्थित संसारपुर पुलिस चौकी में है.
लखनऊ पुलिस जाएगी प्रत्यक्षदर्शी को लेने:
प्रत्यक्षदर्शी के अपहरण के बाद अब उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राजधानी लखनऊ से पुलिस की एक टीम उन्हें वापस लाने के लिए लखीमपुर भेजी जाएगी, जहाँ से उन्हें कड़ी सुरक्षा के साथ उनके घर वापस लाया जायेगा.
#BREAKING : प्रत्यक्षदर्शी का बयान-स्कार्पियों सवार तीन लोगों ने मेरी कमर पर तमंचा लगाया और बोला कि गाड़ी में बैठ जा वरना गोली मार दूंगा उसके बाद मैं गाड़ी में बैठ गया उसके बाद उन्होंने मुझे कुछ सुंघा दिया जिसके बाद मुझे होश नहीं रहा जब मुझे होश आया तब मैं मैलानी के आसपास था.
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लखनऊ पुलिस की टीम जल्द रवाना होगी. इसके लिए उन्हें निर्देश भी दिए जा चुके हैं. अनुमान है कि आज देर रात तक प्रत्यक्षदर्शी लखनऊ वापस आ जायेंगे.
स्कोपियों सवार 3 बदमाशों ने तमंचे के बल पर किया अपहरण:
पासपोर्ट प्रकरण में विकास मिश्रा का पक्ष रखने वाले और तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई बताने वाले प्रत्यक्षदर्शी ने हमारी टीम से फ़ोन पर हुई बातचीत में बताया कि 3 लोगों ने उनका पीठ में तमंचा लगा कर अपहरण किया था. वे स्कोपियों से प्रत्यक्षदर्शी को नेपाल ले जा रहे थे.
उन्हें लखनऊ से लगभग 2013-14 मॉडल की पुरानी स्कार्पियों से अगवा किया गया.