पिछले कुछ सालों में भ्रष्टाचार को लेकर तमाम पार्टियों ने आवाज बुलंद कर ये जताने की कोशिश की है कि वो देश से भ्रष्टाचार ख़त्म करने के लिए सत्ता में आना चाहती हैं. यूपी चुनाव के दौरान भी तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार पर भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी, माफियाराज, जंगलराज, अपराध को बढ़ावा देने का आरोप लगा था.

माफियाराज या रामराज्य:

इसी कारण यूपी की जनता ने भाजपा को भारी बहुमत देकर सत्ता सौंपी थी. यूपी की जनता को उम्मीद है कि अब उन्हें भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी, माफियाराज, जंगलराज से मुक्ति मिल जाएगी. लेकिन यूपी में जो रहा है उसे देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यूपी में माफियाराज है या चुनावी भाषणों में बोला जाने वाला ‘रामराज्य’?

  • लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का हक है. ऐसा ही कहा जाता रहा है.
  • इसी लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकार और पत्रकारिता का जो हश्र यूपी के लखीमपुर खीरी में हुआ,
  • उसे देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि योगी सरकार माफियाराज को लेकर कितनी सजग है.

reporter shailesh mishra

अवैध खनन की खबर लिखने पर पत्रकार को मिली मौत:

  • लखीमपुर खीरी के पत्रकार शैलेश मिश्रा ने अवैध खनन की शिकायत की थी.
  • उन्होंने सरकार से इसकी कई मर्तबा शिकायत की थी.
  • उन्हें अंदाजा नहीं था कि शिकायत करने और अवैध खनन के खिलाफ लिखने की सजा ‘मौत’ होगी.
  • मृतक पत्रकार के पुत्र ने कहना है कि आरोपी नीमगाँव, खीरी में अवैध खनन का कारोबार कराता है.
  • उनके पिता ने अवैध खनन की शिकायत अधिकारियों से की थी.
  • लेकिन इस शिकायत से आरोपी बिफर गया.
  • बेहजम चौराहे पर पत्रकार को घेरकर धमकाने लगा.
  • 17 जुलाई शाम करीब 7:30 बजे उन्हें आरोपी ने अपने साथियों के साथ घेर लिया था.
  • जान से मारने की नियत से ट्रैक्टर पत्रकार के ऊपर चढ़ा दिया, जिसके बाद पत्रकार की मौके पर ही मौत हो गई.
  • वहीँ पुलिस का कहना है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.
  • जबकि स्थानीय लोगों के अनुसार, मिला पुलिस के मिली भगत के अवैध खनन का कारोबार संभव ही नहीं है.
  • माफियाओं और पुलिस की मिलीभगत से हो रहे अवैध खनन कारोबार पर खबर लिखना पत्रकार को इतना भारी पड़ेगा, उन्होंने नहीं सोचा होगा.

किरकिरी के चलते गृह विभाग का आगरा FSL की रिपोर्ट से इंकार!

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